अनशन के पांचवे दिन रेल प्रशासन की नींद खुली, रक्सौल में सड़क निर्माण कार्य शुरू, डीआरएम के बुलाने की मांग पर अड़े
रक्सौल। अनिल कुमार।
स्वच्छ रक्सौल संस्था का आंदोलन रंग लाने लगा है। बताया जा रहा है कि विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। रेल प्रशासन ने आनन-फानन में सड़क निर्माण का कार्य शुरू दिया है। गुरुवार को दो एस्केवेटर(जेसीबी कंपनी) सड़क लेबलिंग व नाला निर्माण में भिड़ गए हैं। रेल प्रशासन को अनशकारी रणजीत सिंह के गिरते स्वास्थ्य की जानकारी देने के बाद रेल प्रशासन की नींद खुली है। बताया गया है कि मीडिया फॉर हार्मोनी के सदस्यों ने डीएआरम को अनशन पर बैठे रणजीत सिंह के गिरते स्वस्थ्य के बारे में जानकारी दी है।
पिछले पांच दिनों से इस संस्था के बैनर तले अध्यक्ष रणजीत सिंह की अध्यक्षता कई कार्यकर्ता रक्सौल में रेलवे ओवर ब्रिज, फुट ओवर ब्रिज व स्टेशन तक की सड़क निर्माण की मांग को लेकर पिछले पांच दिनों से अनशन पर बैठे हैं। इस बीच कई संगठन व राजनीतिक दल के लोग उनके सहयोग को आगे आ गए हैं। इस बीच कई बार अनुमंडल प्रशासन व रेलवे स्थानीय प्रशासन के पदाधिकारी रणजीत सिंह को उनकी मांग पूरी करवाने के आश्वासन देकर अनशन तोड़वाने का आग्रह कर चुके हैं। लेकिन वे डीआरएम के आने की मांग पर अड़े हैं।
मीडिया फ़ॉर बॉर्डर हार्मोनी सन्गठन की पहल पर डीआरएम रवीन्द्र जैन ने रक्सौल रेलवे के अधिकारियों को इस बाबत निर्देशित करने के बाद आनन फानन में रेल सड़क का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। गुरुवार को अचानक दो जेसीबी के साथ नाला निर्माण व सड़क लेबलिंग का कार्य शुरू कर दिया गया।
बता दे कि जब जुलाई 2018 में रणजीत ने रक्सौल रेलवे स्टेशन रोड में उक्त मांगो को ले कर अनशन किया गया था। तब इसे तोड़वाने के लिए रेल अधिकारियों ने लिखित समझौता किया। लेकिन,वादा खिलाफी के अलावे और कुछ नही मिल सका रेलवे ने लिखित वायदा किया था कि सड़क को अविलम्ब मोटरेबल बना दिया जाएगा। वर्षात खत्म होते ही सड़क का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
इधर,सांसद डॉ संजय जायसवाल ने रेल स्टेशन के पूर्वी छोड़ से तुमड़िया टोला को जोड़ने के लिए नए फुट ओवर ब्रिज और समपार 33 और 33 ए पर बन प्रस्तावित रेल ओवरब्रिज के एनएचएआई द्वारा निर्माण की घोषणा की गई। मगर कोई प्रगति नहीं हुई।
स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत इसी वायदे खिलाफी से नाराज हैं। रेलवे अधिकारी इस दोनों मुद्दे को एनओसी प्रॉब्लम और राज्य सरकार से जुड़ा मामला मान रही है। इधर,जब मीडिया फ़ॉर बॉर्डर हार्मोनी सन्गठन के केंद्रीय सदस्य मुनेश राम ने डीआरएम रबिन्द्र जैन से रणजीत के गिरते स्वास्थ्य स्थिति और बढ़ते आक्रोश को ले कर ध्यान आकृष्ट करते हुए रेलवे पर छल का आरोप लगाया तो उन्होंने वायदा किया कि सड़क का निर्माण अविलम्ब चालू होगा। उन्होंने फुट ओवरब्रिज और ओवरब्रिज के मसले को केंद्र व राज्य सरकार का मसला बताते हुए साफगोई से कन्नी काट लिया। पर,उन्होंने लगे हाथ रकसौल रेलवे प्रशासन को निर्देशित किया। जिसके बाद हड़कम्प मच गया।
स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार, डीसीआई बबन सिंह व आईओडब्ल्यू तपस राय आदि अनशन स्थल पर कैम्प कर गए। इसके बाद आनन फानन में गुरुवार से स्टेशन रोड निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया। स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि कार्य शुरू हो गया। जो हमारे हाथ में है कर रहे हैं। करीब 75 लाख की लागत से यह सड़क बन रही है। इसमे नाला भी बनेगा। वायदा के मुताबिक, निर्धारित समय पर सड़क बनेगी। कूड़ा हटाया जाएगा। रात्रि में भी कार्य किया जा रहा है।