मोतिहारी एलएनडी के छात्र की चाकू गोदकर हत्या, पिता ने पढ़ाई के लिए तुरकौलिया की जमीन रखी है गिरवी
मोतिहारी। तुरकौलिया। आशा कुमारी। देशवाणी न्यूज नेटवर्क।
पूर्वी चम्पारण के तुरकौलिया के जयसिंगपुर जटहारा गांव में शनिवार की देर शाम एनएनडी के छात्र धर्मेन्द्र यादव 21 वर्ष की चाकू गोदकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हत्या के मुख्य आरोपी जयसिंगपुर जटहारा गांव के ही अच्छेलाल यादव को गिरफ्तार कर लिया है।
धर्मेन्द्र की पढ़ाई के लिए पिता ने जमीन रखी है गिरवी-
धर्मेन्द्र यादव तुरकौलिया के जयसिंगपुर जटहारा गांव के फुलेना राय के दो बेटों में छोटे बेटे थे। वे मोतिहारी के चांदमारी में रहकर एनएनडी में इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर रहे थे। इनके पिता ने बताया कि इनकी पढ़ाई के लिए उन्होंने पांच बीधे जमीन को बंधक रख दिया है। हत्या की सूचना पर देर रात करीब 10 बजे धमेन्द्र के परिजन सदर स्पताल में जुट गये। उनके रोने-विलखने से सदर अस्पताल का माहौल गमगीन हो गया।
मृतक धर्मेन्द्र के विलखते परिजन। फोटो- देशवाणी।
हत्या के मुख्य आरोपी को पुलिस ने पकड़ा-
हत्या की सूचना पर डीएसपी मुरली मनोहर मांझी के साथ तुरकौलिया थाना प्रभारी अखिलेश कुमार मिश्र दलबल के साथ सदर अस्पताल पहुंच गये। पुलिस के सामने परिजन आक्रोश जता रहे थे कि हत्या के सभी आरोपी मोतिहारी में खुलेआम घुम रहे हैं। इस पर थानाध्यक्ष श्री मिश्र ने बताया कि हत्या के मुख्य आरोपी अच्छे लाल यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मृतक धमेन्द्र। फोटो- देशवाणी।
हत्या कैसे और कहां हुई अभी स्पष्ट नहीं-
धमेन्द्र की हत्या गांव के बाहर हुई या आरोपी के घर के पास यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। कुछ परिजन बता रहे हैं कि धर्मेन्द्र मोतिहारी से अपने गांव जा रहा था। तभी गांव आधे किलोमीटर पहले अच्चे लाल यादव व चार-पांच अन्य ने मिलकर घेर लिया और चाकू से गोदकर हत्या कर दी। लेकिन मृतक धर्मेन्द्र की मां मूर्ती देवी के सिर में जख्म था। कुछ लोग कह रहे है कि वह बेटे की हत्या की खबर सुनकर टेम्पो से सदर अस्पतलाल आ रही थी। रोने के क्रम में टेम्पो में सिर पटकने से चोट लग गई।
दारू में नाम फंसाने को लेकर हुआ था झगड़ा-
कुछ लोगों का कहना है कि धर्मेन्द्र पढ़ने-लिखने वाला छात्र था और हत्यारों ने इसका नाम दारू कारोबार में फंसा दिया है। इसको लेकर हत्या आरोपियों और धर्मेन्द्र के परिवार से हाल ही में दो-दो बार झगड़ा हो चुका है। आज भी धमेन्द्र अपने ही गांव के दूसरे टोला निवासी अच्छेलाल के घर पर गया था। इस बात को पूछने कि दारू के कारोबार में उसका नाम कैसे फंसा दिया? जबकि वह पढ़ने-लिखने वाला छात्र है।
बताया गया है कि इस बात पर दोनों तरफ से मार-पीट होने लगी। हत्या आरोपियों ने धर्मेन्द्र का मोबाइल छीन लिया। बात बढ़ी तो धर्मेन्द्र को उठाकर बांसवाड़ी में ले गये। चार-पांच लोगों ने चाकू गोदकर उसकी हत्या कर दी। हालांकि हत्या कहां और कैसे हुई इसका ठीक-ठीक पता परिजन के द्वारा एफआईआर दर्ज होने और पुलिस जांच के बाद ही पता चलेगा।