डीएमसीएच में जूनियर चिकित्सकों की हड़ताल से मरीजों के बीच अफरा-तफरी, मरीजों ने की सड़क जाम
दरभंगा। देवेन्द्र कुमार ठाकुर।
डीएमसीएच के जूनियर चिकित्सक हड़ताल पर चले गये। जिसके कारण ओपीडी, इमरजेंसी सहित पूरे अस्पताल के वार्ड में भर्ती मरीज सहित इलाज के लिए पहुँचे नये मरीजों के बीच गुरुवार को दिन भर अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। भर्ती मरीज इलाज के अभाव में दूसरे क्लिनिक में पलायान करते रहे। जिसके कारण मरीजों के परिजन आक्रोषित होकर इमरजेंसी वार्ड के गेट के सामने सड़क पर उतर गये। डॉक्टरों के बार-बार इस रवैये को लेकर उसके विरूद्ध सड़क पर टायर जलाकर सड़क जाम करते हुए चिकित्सकों के विरूद्ध जमकर नारेबाजी करने लगे।
इस मामले की जानकारी मिलने के बाद सदर एसडीओ राकेश गुप्ता एवं सदर डीएसपी अनोज कुमार की नेतृत्व में कई थाने की पुलिस सहित दंगा नियंत्रण बल पहुंच गये। मामले को शांत करने में जुटे रहें और अंत में जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद सड़क जाम को हटवाया गया।
जुनियर डॉक्टर अपनी मांगो पर अड़े रहे। बताया जाता है कि जूनियर चिकित्सक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ सूर्य प्रकाश सहित अस्पताल अधीक्षक डॉ आरआर प्रसाद, सदर एसडीओ राकेश कुमार, सदर डीएसपी अनोज कुमार, उपाधीक्षक डॉ वालेश्वर सागर सहित कई वरीय चिकित्सक के साथ वार्ता की गयी। जिसमें मेडिकल छा़त्रों की बेरहमी से पीटाई करने वाले की गिरफ्तारी तथा इमरजेंसी गेट पर गेट लगाने की मांग की जा रही थी। जिस पर अस्पताल प्रशासन एवं जिला प्रशासन के द्वारा आरोपित को शीध्र ही गिरफ्तारी तथा मुख्य द्वार पर गेट लगाने का आश्वासन दिया गया। फिर भी मेडिकल छात्रों ने हड़ताल तोड़ने से इनकार करते रहे। कहा कि जबतक गेट नहीं लगेगा तब पीजी चिकित्सक हड़ताल पर रहेगें।
ज्ञात हो कि मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ छेड़खानी को लेकर छात्रों द्वारा हंगामा तथा राहगीरो की पीटाई की गयी। उसके दूसरे दिन कोतवाली चौक के पास दो मेडिकल छात्रों को पकड़ कर उसके साथ आम युवक के द्वारा मारपीट कर घायल कर दिया। जिसका इलाज आरबी मेमोरियल अस्पताल में कराया जा रहा है। उसके विरूद्ध में छात्रां ने जमकर बवाल काटा तथा अस्पताल के सारे काम-काज को ठप कर दिया। इधर जुनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ सूर्य प्रकाश का कहना है कि जब तक डीएमसीएच के मुख्य गेट का निर्माण डॉक्टरों की पूर्ण सुरक्षा के साथ ही डॉक्टर के साथ मारपीट करने वाले की गिरफ्तारी नही होगी तबतक जुनियर डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे।
इधर वरीय पुलिस अधीक्षक गरिमा मलिक ने बताया की डॉक्टरों के साथ मारपीट करने वाले गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। कई जगहों पर छापामारी की जा रही है। उन्होंने जुनियर डॉक्टरों से अपील करते हुए कहा कि मरीजो के हित में अपनी हड़ताल वापस लेने कानून को किसी को भी हाथ में नही लिया जायेगा।