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बिहार
राजद ने खो दिया है मुख्य विरोधी दल बने रहने का नैतिक आधार: सुशील मोदी
By Deshwani | Publish Date: 28/9/2018 12:30:24 PM
राजद ने खो दिया है मुख्य विरोधी दल बने रहने का नैतिक आधार: सुशील मोदी

पटना। उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि लालू के राजनीतिक वारिस तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव और राबड़ी देवी समेत दो दर्जन नेता बेनामी संपत्ति सहित कई मामलों में चार्जशीटेड हैं। विधायक राजबल्लभ यादव नाबालिग से बलात्कार के मामले में बंदी हैं। सीबीआई की कोर्ट में सजा का ऐलान होने से राजद की सुपर ब्लैकलिस्ट में इलियास हुसैन के नाम का केवल रिन्यूअल हुआ है, जेल तो वे पहले भी जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि दागियों की लंबी होती सूची के साथ राजद ने मुख्य विरोधी दल बने रहने का नैतिक आधार खो दिया है।

 
सुशील मोदी ने कहा कि 1992 में भाजपा ने अलकतरा घोटाले में लोकहित याचिका दायर कर तत्कालीन पथनिर्माण मंत्री और राजद विधायक इलियास हुसैन के खिलाफ ठोस सबूतों के आधार पर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिससे 26 साल बाद ही सही, उन्हें जनता के पैसे लूटने की सजा सुनाई गई। तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने दागी मंत्री का इस्तीफा लेने की बजाय पद का दुरुपयोग कर कांग्रेस विधायक की अध्यक्षता वाली जांच कमेटी बनाकर इलियास को क्लीनचिट दिलाने की कोशिश की थी।
 
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राजद-कांग्रेस के भ्रष्ट गठबंधन के चलते बिहार की सड़कें उन दिनों गड्ढों में बदल गई थी। उन्होंने कहा कि राजद एक ऐसी पार्टी है, जिसके अध्यक्ष लालू प्रसाद चारा घोटाला के चार मामलों में सजायफ्ता होकर रांची की जेल में हैं और चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य हैं। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य और हत्या के कई मामलों में सजायाफ्ता शहाबुद्दीन इतने खतरनाक हैं कि उन्हें राज्य से बाहर दिल्ली की तिहाड़ जेल में रखा गया।
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