बिहार
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से पीएमसीएच में बिगड़े हालात, अब तक 12 मरीजों की मौत
By Deshwani | Publish Date: 25/9/2018 2:58:25 PMपटना। पटना मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से अब तक 12 मरीजों की मौत हो चुकी है। डॉक्टरों की हड़ताल के चलते अस्पताल के हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। अस्पताल में किसी भी नए मरीज की भर्ती नहीं की जा रही है। वहीं जूनियर डॉक्टरों की मांग है कि जब तक आरोपी परिजनों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक वह अपनी हड़ताल खत्म नहीं करेंगे।
जानकारी के अनुसार पटना मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों की जान आफत में आ गई है। मरीज दवा, सूई और स्लाइन के लिये अस्पताल से पलायन कर रहे हैं। अस्पताल की स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह से नर्सों के हवाले हो गई है। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने कहा है कि इस बार आश्वासन से काम नहीं चलेगा, जब तक डॉक्टरों के साथ मारपीट करने वालों को गिरफ्तार नहीं किया जाता तब तक वह काम पर नहीं लौटेंगे। बताया जाता है कि अभी ओपीडी और इमरजेंसी को बंद कर दिया गया है।
गौरतलब है कि सोमवार को शिशु वार्ड में मरीज के परिजनों द्वारा की गई डॉक्टर की पिटाई के विरोध में जूनियर डॉक्टरों ने काम करना बंद कर दिया है। वार्ड में जूनियर डॉक्टर मौजूद नहीं हैं। इससे अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। डॉक्टरों की हड़ताल के कुछ ही देर बाद एक बच्चे ने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया था। बताया जा रहा है कि खगौल के रहने वाले एक मरीज के परिजनों ने शिशु वार्ड में एक डॉक्टर की पिटाई कर दी थी, इसमें डॉक्टर दीनानाथ घायल हो गए। इस घटना के विरोध में जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल कर दी है।