ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
बिहार
गुणवतापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा के लिए यूनिसेफ के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर होगा- कुलपति
By Deshwani | Publish Date: 13/8/2018 9:11:48 PM
गुणवतापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा के लिए यूनिसेफ के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर होगा- कुलपति

संवाद दाता सम्मेलन को सबेधित करते कुलपति व अन्य। फोटो-देशवाणी।

दरभंगा। देवेन्द्र कुमार ठाकुर। देशवाणी न्यूज नेटवर्क। 

पहली बार राज्य के उच्च शिक्षा से जुड़े किसी विष्वविद्यालय के साथ यूनिसेफ के साथ समझौता हो रहा है। इसके माध्यम से प्राथमिक तथा माध्यमिक शिक्षा को ज्ञानार्जन उपलब्धि को बढ़ाई जाएगी। विशेष कर बिहार के बच्चे जहां देश के मानक में काफी पिछड़े हुए हैं उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पुनः स्थापित किया जाएगा। यूनिसेफ शिक्षक, शिक्षा के लिए दूरस्थ शिक्षा निदेशालय को शिक्षा का उत्कृष्ट केंद्र के रूप में विकसित करना चाहता है। आने वाले 3 वर्षों में शिक्षक प्रशिक्षण के लिए कार्यशाला आयोजित कार्यक्रम विकसित करने की योजना है। जिसके लिए यूनिसेफ1 करोड़ 65 लाख की राशि उपलब्ध करा रही है। इस योजना के तहत कुल 21 कार्यक्रम किए जाएंगे। उक्त बातें ललित नारायण मिथिला विष्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार सिंह ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही।
 
प्रोफेसर सिंह ने कहा कि यूनिसेफ बिहार इकाई एवं ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के मध्य एक क्रियात्मक योजना विकसित होगी जो एडुकेशन पोलिंग व वर्क प्लेस 2018-19 पर आधारित होगा। इस सभ्यता के बाद निदेशालय बिहार में शिक्षक शिक्षा को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी योजना है कि निदेशालय विभिन्न संस्थानों से अलग होकर स्थानीय एवं राज्य स्तर पर सहायक की भूमिका निभावें। उन्होंने कहा कि इस समझौते से शैक्षिक नेतृत्व को सबलता प्रदान होगा। ताकि अधिगम निष्पादन को बेहतर बनाया जा सके। साथ ही शिक्षक शिक्षण संस्थान और शिक्षक सहायता तंत्र को अधिगम निष्पादन को बढ़ावा देने के लिए सबल बनाना है। उन्होंने कहा कि इस कड़ी में 28 अगस्त से छह दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जाएगी। जो बिहार की शिक्षा व्यवस्था में मिल का पत्थर साबित होगा। इस योजना को सुचारु रुप से चलाने के लिए यूनिसेफ तीन मानव संसाधन पुरुष उपलब्ध कराएगा। इस पर होने वाले खर्च को यूनिसेफ वहन करेगा। संवाददाता सम्मेलन में प्रति कुलपति प्रोफेसर जय गोपाल, दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक डॉक्टर सरदार अरविंद सिंह उपस्थित थे।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS