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बिहार
यौन शोषण कांड: अल्पावास गृह संचालक की नहीं हुई गिरफ्तारी
By Deshwani | Publish Date: 9/8/2018 8:04:58 PM
यौन शोषण कांड: अल्पावास गृह संचालक की नहीं हुई गिरफ्तारी

छपरा। गणपत आर्यन। देशवाणी न्यूज नेटवर्क।

अल्पावास गृह का संचालन करने वाली एनजीओ नारी उत्थान केन्द्र के सचिव रणधीर प्रसाद की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है और पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर एनजीओ के सचिव की संपत्ति कुर्की जब्ती की कार्रवाई कर चुकी है। न्यायालय ने एनजीओ के सचिव को फरार घोषित कर दिया है। एनजीओ नारी उत्थान केन्द्र सैदपुर दिघवारा की देखरेख में छपरा के महिला अल्पावास गृह का संचालन होता था और अल्पावास गृह में एक मानसिक रूप से बीमार युवती का यौन शोषण का आरोप अल्पावास गृह के गार्ड पर लगा था। इस मामलेक में पुलिस ने गार्ड राम स्वरूप पंडित तथा संचालिका कुमारी सरोज को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेजा जा चुका है। इस मामले में सबसे गंभीर बात यह है कि जिस युवती का यौन शोषण किया गया था, वह गर्भवती है। मेडिकल जांच रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हो गयी है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने दोषियो के खिलाफ स्पीडी ट्रायल कराये जाने का आदेश दिया है। स्पीडी ट्रायल कराये जाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
 
बताते चलें कि छपरा शहर में स्थित महिला अल्पावास गृह को 25 दिन पहले बंद कर दिया गया। अल्पावास गृह में  रह रही 26 महिलाओं व युवतियों को सीवान जिला मुख्यालय के महिला अल्पावास गृह में स्थानांतरित कर दिया गया है। यह कार्रवाई युवती का यौन शोषण करने का मामला प्रकाश में आने के बाद की गयी। बताते चलें कि  महिला अल्पावास गृह की रूटीन जांच करने के लिए जिला प्रबंधक गये। जांच के दौरान उन्हें महिलाओं के यौन शोषण करने की बात सामने आयी। इस पर उन्होंने महिला निगम के निदेशक को पत्र लिखा और वस्तु स्थिति से अवगत कराया। साथ ही उच्च स्तरीय जांच कराने की अनुशंसा कर दी। इस पर चार सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया। चार सदस्यीय टीम ने जुलाई के प्रथम सप्ताह में जांच की और जांच के दौरान दो युवतियों ने यौन शोषण करने की बात सामने आयी। मेडिकल जांच रिपोर्ट के अनुसार एक युवती के यौन शोषण करने की बात प्रमाणित हो गयी। एक और महिला ने जांच टीम के समक्ष कहा कि उसका भी यौन शोषण करने का प्रयास किया गया, लेकिन उसके कड़े व्यवहार के कारण यौन शोषण का शिकार होने से बच गयी।
 
जांच रिपोर्ट के बाद महिला निगम की निदेशक ने अल्पावास गृह को बंद करने का आदेश दिया। साथ ही संचालन करने वाली एनजीओ नारी उत्थान केन्द्र सैदपुर दिघवारा के सचिव, सुरक्षा गार्ड रामस्वरूप पंडित तथा संचालिका कुमारी सरोज के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया। इस पर 13 जुलाई को यह कार्रवाई की गयी। इस मामले में सुरक्षा गार्ड रामस्वरूप पंडित तथा संचालिका कुमारी सरोज को गिरफ्तार कर उसी दिन जेल भेज दिया गया, जबकि एनजीओ नारी उत्थान केन्द्र सैदपुर दिघवारा के सचिव रणधीर प्रसाद फरार है। एनजीओ को ब्लैक लिस्टेड करने की भी कार्रवाई की जा रही है। महिला अल्पावास गृह का निबंधन भी रद्द कर दिया गया है और यहां महिला अल्पावास गृह बंद है ।
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