पटना। आज बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पटना विश्वविद्यालय के छात्र संघ द्वारा आयोजित बिहार की राजनीति में छात्र नेताओं की भूमिका सह छात्र संवाद समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर आपके साथ कोई छेड़खानी करता है तो थाने बाद में जाइए, और साथ ही फोन कॉल राजभवन में कर दीजिए। उनका अफसर आपके साथ जाकर आपकी रिपोर्ट लिखवाएगा, इससे बुरी कोई बात नहीं हो सकती है कि हम अपनी बच्चियों की सम्मान की रक्षा न कर सकें।
पिछले कुछ महीनों में बिहार के जहानाबाद, गया, कैमूर, नालंदा और फिर गया में छेड़छाड़ और बलात्कार की घटना हुई है। उसको देखते हुए राज्यपाल का यह बयान महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उन्होंने आगे कहा, 'इंसान के रूप में जानवर चारों तरफ घूम रहे हैं और समाज का हाल आप देख ही रहे हो, मैं बयान नहीं कर सकता हूं, लेकिन आप क्योंकि समाज के नेता हैं, आप नौजवान हैं पूरा देश आपकी तरफ देख रहा है और बिहार के छात्रों को तो खासतौर पर जो देश का सबसे बड़ा परिवर्तन था, आप ही के जरिए हुआ था, तो एक बड़ा परिवर्तन आप बिहार में शिक्षा का परिवर्तन कर दो मिलकर।
उन्होंने कहा कि किसी वीसी के यहां जाकर मेज पर मुक्का मारने की जरुरत नहीं है, समझाकर, बुझाकर आपकी जो मांगे हों, जो जो आप चाहते हैं मिल बैठकर सुलझाकर सकारात्मक तरीके से आप समाधान निकाल सकते हैं। इस कार्यक्रम में बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नेतृत्व का मतलब केवल एमपी-एमएलए बनना ही नहीं है बल्कि नेतृत्व समाज के हर क्षेत्र में होना चाहिए। मोदी ने बिहार में शिक्षा के सुधार के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम के बारे मर छात्रों को बताया।