बिहार
मोतिहारी के पीपरपाती घाट पर बालू का अवैध खनन जारी, सरकार को लाखों रुपये राजस्व की हो रही क्षति
By Deshwani | Publish Date: 5/6/2018 2:24:32 PMमोतिहारी के रामगढ़वा पीपरपांती बांध पर एक्स्कॅवेटर से हो रहा अवैध खनन। फोटो- देशवाणी।
मोतिहारी। रामगढ़वा। शेख लड्डू।
सरकार द्वारा नदियों से अवैध तरीके से बालू के खनन पर रोक लगाये जाने के बावजूद भी प्रखण्ड क्षेत्र के पीपरपाती घाट के पास सिकरहना नदी से दबंग लोगों द्वारा स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से प्रतिदिन बड़ी मात्रा में खनन कर बिक्री किये जाने का खेल बदस्तूर जारी है। इससे जहाँ सरकार को राजस्व की क्षति हो रही है वहीं इस धंधे में लिप्त कारोबारी मालामाल हो रहे है।
इतनी भारी मात्रा में अवैध बालू का खनन हो रहा है। फिर भी विभागीय अधिकारी व स्थानीय प्रशासन मौन धारण किये हुए है। जो चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगों में चर्चा है कि किस तरह से इतनी बड़ी मात्रा में बालू का खनन किया जा रहा है। वहीं खनन में लिप्त लोगों के द्वारा विभाग द्वारा निविदा मिलने का भ्रम फैलाया जा रहा है।
रात के अंधेरे की कौन कहे दिन के उजाले में हो रहा खनन-
रात के अंधेरे की बात कौन कहे दिन के उजाले में एक्स्कॅव़ेटर (जेसीबी कंपनी का) से बालू का खनन कर ट्रैक्टर पर लोड कर ग्रामीण क्षेत्रों में बिक्री की जाती है। लोगों की माने तो 18 सौ से दो हजार रुपये तक प्रति टेलर बालू बेचकर मालामाल हो रहे है। सरकारी नियमानुसार बालू खनन के लिए निविदा निकाली जानी है। जिसके लिए आँन लाइन आवेदन करना है। निविदा प्राप्ति के बाद ही खनन किया जाना है। पर बिना निविदा के ही प्रतिदिन बड़ी मात्रा में बालू का खनन कर कारोबार किया जा रहा है।
क्या कहते है अधिकारी-
जिला खनन पदाधिकारी अवधेश कुमार ने बताया कि पीपरपाती घाट की निविदा नहीं हुई है। अगर बालू का खनन किया जा रहा है तो वह पूर्णतः अवैध है। संज्ञान में आया है। जल्द ही छापामारी कर खनन पर रोक लगायी जायेगी। कहा कि अवैध कारोबार में लिप्त लोगों को चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई की जायेगी ।