बिहार
कर्नाटक तर्ज पर आज तेजस्वी यादव राज्यपाल से मिलकर पेश करेंगे सरकार बनाने का दावा
By Deshwani | Publish Date: 18/5/2018 11:13:06 AM पटना। कर्नाटक चुनाव के बाद उठे सियासी तूफान के बाद अब बिहार में राजनीतिक उथल-पुथल शुरू हो गया है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव बिहार में नई सरकार बनाने को लेकर आज दोपहर राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात करेंगे। कल तेजस्वी यादव ने राज्यपाल से मिलने का वक्त मांगा था ताकि वह उनसे मिलकर नीतीश कुमार सरकार को बर्खास्त करने की मांग कर सके और महागठबंधन की सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी ने कहा कि, बिहार में राजद न केवल सबसे बड़ी पार्टी है बल्कि जद (यू) के बाहर चले जाने के बाद भी कांग्रेस और राजद का चुनाव से पहले का सबसे बड़ा गठबंधन है। उन्होंने सवाल उठाया कि इसके बावजूद उन्हें सरकार बनाने के लिए क्यों नहीं बुलाया गया।
उन्होंने कर्नाटक चुनाव के नतीजों के बाद भाजपा को सरकार बनाने का न्योता दिए जाने की बात का हवाला देते हुए कहा कि अगर कर्नाटक में सबसे बड़े दल को सरकार बनाने का न्योता दिया गया, तो बिहार में उसी तर्ज पर सरकार बनाने का न्योता राजद को मिलना चाहिए।
क्योंकि जब कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी भाजपा को राज्यपाल द्वारा सरकार बनाने का न्योता मिल सकता है तो बिहार में राष्ट्रीय जनता दल को क्यों नहीं मिला। जबकि बिहार चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरा था। कर्नाटक में कांग्रेस और जनता दल (एस) ने 117 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी राज्यपाल को सौंपी थी। लेकिन चुनाव परिणाम में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी भाजपा को राज्यपाल ने सरकार बनाने का न्योता दिया और येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद की गुरुवार को शपथ दिलाई गई।
तेजस्वी ने भाजपा को संविधान के बदलने की इच्छा रखने वाली पार्टी बताते हुए सभी गैर भाजपाई दलों को एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा कि भाजपा गठबंधन के साथ रहने वाली पार्टियां भी धीरे-धीरे उससे दूर हो रही हैं। उन्होंने राजग में शामिल दलों से भी भाजपा से अलग होने का आह्वान किया और कहा कि उन्हें इस पर विचार करना चाहिए कि वे कैसे लोगों के साथ रहना चाहते हैं।
गौरतलब है कि बिहार में राष्ट्रीय जनता दल को सबसे ज्यादा सीटें मिली थीं और उसने जनता दल यूनाइटेड के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन बाद में जनता दल यूनाइटेड और भाजपा एक हो गए और सरकार बना ली।