ड्राइवर कर रहा था मोबाइल पर बातें, स्कूली बच्चों से भरी गाड़ी पलटी,आधा दर्जन बच्चे घायल, दो गंभीर
मोतिहारी। सुगौली। शिवेश झा।
स्कूली बच्चों को गाड़ी से स्कूल ले जाने के दौरान डीपीएस स्कूल की गाड़ी थाना के लालपरसा गांव में पलट गई। जिसमें सवार बच्चों में करीब आधा दर्जन बच्चे घायल हो गए। जिसमें दो को स्थानीय लोगों ने सुगौली पीएचसी में भर्ती कराया। जहां से बच्चों के परिजन गंभीर स्थिति में बेतिया इलाज़ के लिए रवाना हो गए है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि स्कूल की गाड़ी का ड्राइवर मोबाइल पर बातें कर रहा था। जिसके कारण दुर्घटना घटी।
गांभीर घायल छात्रों को बेतिया ले जाया गया-
इस दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल छात्रों में मझौलिया थाना के गुदारा गांव निवासी धनंजय कुमार का पुत्र आदर्श कुमार(13) तथा प्रतोष कुमार की पुत्री दीपा कुमारी(10) वर्ष शामिल है। बाकी बच्चों के परिजन भी अपने बच्चों को ले निजी नर्सिंग होम में इलाज के बाद अपने घर ले गए।
स्कूल के वाहन को पुलिस ने किया जब्त-
घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्कूल गाड़ी को अपने कब्जे में ले लिया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार डीपीएस स्कूल सुगौली के तेरह छात्र इस गाड़ी पर सवार थे। गाड़ी लालपरसा गांव के अन्य बच्चों को लेने जा रहा थी। जिस बीच गाड़ी चलाने के साथ मोबाइल पर चालक के बात करने से गाड़ी असन्तुलित होकर गड्ढे में पलट गई। जिसके बाद गाड़ी के पलटने की जानकारी पर दौड़े ग्रामीणों ने गाड़ी खड़ी कर बच्चों को बाहर निकाला। जिसमे मंजीत, सौरभ,मुकेश,बबलू,रिंकी आदि छात्र शामिल थे। ये सभी बच्चे चोटिल है। स्कूल द्वारा भेजी गई बोलेरो गाड़ी संख्या बीआर01बी/2980 पर क्षमता से अधिक बच्चे पूर्व से ही सवार थे। जिसके बाद भी अन्य बच्चों को ले आने के लिए गाड़ी लालपरसा गांव में जा रही थी। गाड़ी पर स्कूल का नाम भी अंकित नही था। इसको लेकर थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि गाड़ी जब्त कर ली गयी है। बच्चों का इलाज निजी नर्सिंग होम में करवाने के बाद उनके परिजन ले गए। जिसमे मुख्य रूप से दो बच्चों को ज्यादा चोट लगी थी। जिसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद उनके परिजन बेतिया इलाज के लिए ले गए है। इस संबन्ध में विद्यालय प्रबंधन से बात नहीं हो पाई है। विद्यालय बन्द पाया गया।
अभिभावकों ने कहा- स्कूल की गाड़ी में क्षमता से अधिक छात्रों को बैठाया जात है
अभिभावकों ने बताया कि स्कूल प्रबंधन बोलोरो पर क्षमता से अधिक छात्रों को ठूस-ठूस कर बैठता है। बतया कि दुर्घटना के समय बोलेरो पर 13 छात्र-छात्राओं को बैठाया जा चुका था। बावजूद इसके वह अन्य छात्रों के लिए लालपरसा गांव की तरफ जा रहा था। तभी बोलेरो दुर्घनाग्रस्त हो गई। बताया कि अभिभावक अब एेसी बातों का विरोध करेंगे। प्रशासन को भी स्कूलों की मनमानी पर ध्यान देना होगा।