मोतिहारी। आज चंपारण सत्याग्रह की भूमि मोतिहारी के ऐतिहासिक गांधी मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोजपुरी में संबोधन आरंभ किया। भोजपुरी में ही कहा कि महात्मा गांधी ने चंपारण के बड़हरवा लखनसेन से स्वच्छता अभियान की शुरूआत की थी। साथ ही उन्होंने आगे कहा कि इतिहास खुद को दोहराता है। सौ वर्ष पहले का इतिहास फिर साक्षात मौजूद है। मेरे सामने वो स्वच्छाग्रही बइे हैं, जिनके भीतर गांधी विराजमान हैं। मैं उनको प्रणाम करता हूं। प्रधानमंत्री सहित तमाम बड़े नेता मंच पर उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से आए तकरीबन 20,000 स्वच्छाग्रही उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि बिहार एक मात्र ऐसा राज्य था, जहां स्वच्छता का दायरा 50% से कम था। लेकिन मुझे बताया गया कि एक हफ्ते के स्वच्छाग्रह अभियान के बाद बिहार ने इस बैरियर को तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि बिहार देश को रास्ता दिखा रहा, नीतीश का काम सराहनीय करते हुए परमेश्वर जी अय्यर की तारीफ की। बिहार की गुणगान करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसी बिहार ने मोहनदास करमचंद गांधी को महात्मा बना दिया। भले ही यह चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी समारोह का समापन है, लेकिन यह शुरुआत भी है। उन्होंने कहा यहां 100 साल पुराना इतिहास जिंदा हुआ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मोतीझील की सुंदरता गांधी के समय के बाद से लगातार कम हुई है। हालांकि अब नई मुहिम से इसका जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण किया जाएगा। स्वच्छ पेयजल के लिए बेतिया में भी प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया गया है। उन्होंने कहा कि गंगा तट पर स्थित गांवों को प्राथमिकता के आधार पर खुले में शौच से मुक्त बनाया जा रहा है। कचड़ा प्रबंधन भी लागू किया जा रहा है। जल्द ही गंगा तट खुले में शौच से मुक्त हो जाए। उन्होंने कहा कि घर या फैक्ट्री के गंदे पानी को गंगा में जाने से रोकने के लिए बिहार में अब तक 3 हजार करोड़ से ज्यादा के 11 प्रोजेक्ट की मंजूरी दी जा चुकी है। इस राशि से 1100 किलोमीटर से लंबी सीवेज लाइन बिछाने की योजना है।
साथ ही उन्होंने कहा कि स्वच्छ ईंधन के लिए उज्ज्वला योजना को पूरे देश में बढ़ावा दिया जा रहा है। स्वच्छ ईंधन पर जोर और उज्जवला योजना की सफलता की वजह से सिलेंडर की मांग भी बढ़ी है। चंपारण और आसपास के लोगों को गैस सिलेंडर की दिक्कत ना हो, इसके लिए मोतिहारी और सुगौली में LPG प्लांट लगाने के प्रोजेक्ट्स का आज शिलान्यास आज किया गया है। पिछले एक हफ्ते में बिहार में 8 लाख 50 हजार से ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया है। ये गति और प्रगति कम नहीं है। मैं बिहार के लोगों को, प्रत्येक स्वच्छाग्रही को और राज्य सरकार को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा, कुछ देर पहले मुझे कुछ स्वच्छाग्रही साथियों को सम्मानित करने का अवसर मिला है। मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। बढ़चढ़कर हिस्सा लेने वालों में महिलाओं की संख्या ज्यादा है। स्वच्छता का महत्व हमारी माताएं-बहनें भली-भांति जानती हैं। आज मुझे एक व्यक्ति के सम्मान करने का अवसर नहीं मिला। लेकिन मैं आज प्रशासनिक मर्यादाओं को तोड़कर उस बात का जिक्र करना चाहूंगा। सरकार में काम करने वाले अधिकारी अनाम होते हैं। उनकी पहचान नहीं हो पाती। वे परदे के सामने नहीं आ पाते।
प्रधानमंत्री ने कहा, मुझे पता है कि कुछ लोग सवाल कर सकते हैं कि स्वच्छता के मामले में बिहार की स्थिति देखने के बाद मोदीजी ऐसी बात क्यों कर रहे हैं? इसके पीछे एक वजह है। नीतीशजी और सुशील मोदीजी के नेतृत्व में बिहार ने जो काम बीते दिनों कर दिखाया है, उसने सभी का हौसला बुलंद कर दिया। देश में बिहार ही एकमात्र ऐसा राज्य था, जहां स्वच्छता का दायरा 50 फीसदी से भी कम था। लेकिन मुझे आज मेरे सचिव ने बताया कि एक हफ्ते के स्वच्छाग्रह अभियान के बाद बिहार ने इस अवरोध को तोड़ दिया। एक हफ्ते में 8 लाख 50 हजार से ज्यादा शौचालय बनाए गए। ये गति और प्रगति कम नहीं है। ये आंकड़े साबित करते हैं कि बिहार बहुत ही जल्द स्वच्छता का दायरा बढ़ाकर राष्ट्रीय औसत की बराबरी करने में सफल हो जाएगा।