बिहार
प्रधानमंत्री मोदी दस अप्रैल को बिहार में बने पहले शक्तिशाली रेल इंजन को दिखाएंगे हरी झंडी
By Deshwani | Publish Date: 7/4/2018 7:10:00 PMपटना। प्रधानमंत्री मोदी 10 अप्रैल को बिहार के मधेपुरा रेल इंजन कारखाने में बने देश के पहले 12,000 हॉर्सपावर के विद्युत चालित रेल इंजन को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके साथ भारत रूस, चीन, जर्मनी और स्वीडन सहित उन देशों की फेहरिस्त में शामिल हो जाएगा, जिनके पास 12,000 एचपी या इससे ज्यादा की क्षमता वाला विद्युत रेल इंजन हैं। प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्र को फ्रांसीसी कंपनी एल्सटॉम के निवेश के साथ संयुक्त उद्यम से बना मधेपुरा कारखाना भी समर्पित करेंगे।
भारतीय रेल के पास अब तक सबसे ज्यादा क्षमता वाला 6,000 एचपी का रेल इंजन रहा है। प्रतिघंटा अधिकतम 110 किलोमीटर की रफ्तार से भारी ढुलाई करने में सक्षम रेल इंजन मालगाड़ियों की रफ्तार और उनके माल ढुलाई की क्षमता में सुधार करेगा। आने वाले दस वर्षो में यह कारखाना झारखंड के जमशेदपुर को पीछे छोड़ते हुए मधेपुरा सबसे बड़ा औद्योगिक शहर बनेगा। फ्रांस की एल्सटॉम कंपनी के साथ भारतीय रेल ने समझौता किया था। जिस समझौता के तहत ही इस पावरफुल इंजन को हर मौसम में एक ही रफ्तार के साथ मालगाड़ियों को खींचा जा सकें इसलिए इसकी बॉडी को कवच फ्रांस से पिछले साल सितंबर 2017 में ही लाया गया था।
भारतीय रेल और फ्रांस की एल्सटॉम कंपनी के बीच हुए करार के मुताबिक भारतीय रेल मेक इन इंडिया के तहत 11 साल में यह कंपनी देश को 800 इंजन बनाकर देगी। वर्ष 2015 में इसके लिए 20 हजार करोड़ रूपये का करार हुआ था। वर्ष 2017-18 में एक, 2018-19 में 4, 2019-20 में 100 इंजन का निर्माण किया जाएगा। इसके बाद वर्ष 2022 से हर साल एक सौ इंजन का निर्माण कारखाना में किया जाएगा।