बिहार
सएसबी के जवान का शव पहुंचते ही गांव में मचा कोहराम
By Deshwani | Publish Date: 24/3/2018 10:08:48 PMएसएसबी जवान मुकेश के पार्थिव शरीर को सलामी देते एसएसबी के अधिकारी।
रक्सौल। अनिल कुमार।
रक्सौल अनुमंडल के आदापुर प्रखंड के गम्हरिया खुर्द गांव में उस समय कोहराम मच गया, जब शनिवार की सुबह करीब 10 बजे ज्योंही एसएसबी की गाड़ी से तिरंगे में लिपटा मुकेश का शव उसके दरवाजे पर उतारा गया। जिसके बाद गांवो में कोहराम मच गया। देखते ही देखते हजारों की भीड़ अपने गांव के लाल मुकेश का अंतिम झलक पाने के लिए बेताब हो गई। इधर शव को अपने साथ लेकर गांव पहुंचे एसएसबी के अधिकारियों ने मुकेश के परिजनों को ढांढस बंधाते हुए जहाँ उनकी अचानक हुई मौत पर दुःख व्यक्त करते देखे गए। वही मुकेश की मृत्यु की सूचना पर जुटे उसके दोस्तों व ग्रामीणों को यह भरोसा ही नहीं हो रहा था कि मुकेश अब इस दुनिया में नही रहें। इस बाबत मुकेश के परिजनों व ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को दूरभाष के माध्यम सूचना मिली कि गुरुवार की रात लखनऊ स्थित एसएसबी की चौथी वाहिनि मुख्यालय में मुकेश अपने दोस्तों के साथ खाना खाकर सामान्य रूप से सोया थे। वहीं शुक्रवार की सुबह देखा गया तो उसकी मृत्यु हो चुकी है, इसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हालांकि मुकेश की मौत का कारण प्रथम दृष्टया हार्ट एटैक होने का कयास लगाये जा रहा हैं। परन्तु पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि मुकेश की मृत्यु कैसे हुई है। इधर अपने बड़े पुत्र अपने पिता की मृत्यु की खबर के बाद राजेन्द्र राय सहित उनके परिजनों में ऐसा कोहराम मच गया है कि वे बदहवास होकर कुछ भी कहने की स्थिति में नही हैं। मिली जानकारी के अनुसार मुकेश अपने चार बहनें व दो भाइयों में अकेला एकमात्र कमाऊ सदस्य थें। जिसमें तीन बहनों की शादी पूर्व में हो चुकी है, वही अपनी चौथी बहन की शादी की जिम्मेदारी भी उन्हीं पर थी। वहीं मुकेश का छोटा भाई राकेश फिलहाल सातवें वर्ग में पढ़ाई कर रहा है। जबकि उसके अधेड़ पिता राजेन्द्र राय की तबीयत हमेशा ठीक नही होने से घर की सारी जिम्मेदारियों का बोझ अकेले मुकेश को ही उठाना पड़ता था। इधर घर के साथ साथ देश सेवा की जिम्मेदारी संभालने की मंशा से मुकेश ने वर्ष 2011 में एसएसबी की नौकरी ज्वाईन की। मुकेश का शव लेकर गांव पहुंचे इंस्पेक्टर कमलेश कुमार यादव के अनुसार फिलहाल वह एसएसबी के 4 वाहिनी के ई कम्पनी सहारनपुर में पोस्टेड थे। जहाँ से उसका ट्रांस्फर बिहार के मधुबनी स्थित राजनगर के लिए सूचना भी निकल चुकी थी एजिसका रिलीज ऑर्डर के लिए वह बटालियन हेड क्वार्टर लखनऊ पहुंचा थाएजहाँ रात को ठहरा और उसकी मौत हो गई।एसएसबी के द्वितीय सेना नायक आर के सिंह के नेतृत्व में पहुंची पदाधिकारियो व जवानों ने तिरंगे में लिपटे मुकेश के शव को अपने कंधे पर लेकर नम आंखों से गांव के बगल स्थित फुलवारी में अंत्येष्टि के लिए पहुंचाया गयाएजहाँ उसे पुष्प अर्पित कर अंतिम सलामी दी गई।इसके बाद परिजनों के द्वारा मुखग्नि दी गई।वही इस हृदय विदारक घटना को लेकर स्थानीय लोगों सहित पूरे इलाके में मातम का माहौल छा गया है।।