दारोगा बहाली और अररिया वायरल वीडियो मामले में राज्यपाल से मिले सांसद पप्पू यादव
पटना। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय संरक्षक सह सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने मंगलवार को दारोगा बहाली परीक्षा में धांधली, अररिया में चुनाव के बाद वायरल वीडियो, चाणक्या लॉ यूनिवर्सिटी में कुलपति के प्रभार और बिहार के विभन्न विश्व विद्यालयों के छात्र संघ चुनाव में धांधली व अनियमितता की जांच की मांग को लेकर राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा। इस दौरान राज्यपाल ने पप्पू यादव को इन सभी मामलों में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
बाद में पत्रकारों से बात करते हुए सांसद श्री यादव ने कहा कि दारोगा बहाली परीक्षा में धांधली, आंदोलनरत दारोगा अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज, एसएससी पेपर लीक और अररिया में फेक वायरल वीडियो के मामले को हमने राज्यपाल के समक्ष उठाया और उनसे आग्रह किया कि वे अपने स्तर से इन मामलों की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करें। साथ ही दारोगा बहाली की परीक्षा को रद्द कर नये सिरे से परीक्षा ली जाये। यही मांग कल हमने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी किया, जिन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्य सचिव को उचित कार्रवाई का निर्देश भी दिया था।
श्री यादव ने कहा कि प्रतियोगिता परीक्षाओं में आज बड़े पैमाने पर संगठित गिरोह द्वारा प्रश्न पत्र लीक और धांधली की जा रही है, जिससे मेधावी और मेहनती परीक्षार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होता है। बीते 11 मार्च को बीपीएसएसी द्वारा आयोजित परीक्षा में भी यही हुआ, जिससे दारोगा अभ्यर्थियों का रोष 15 मार्च को पटना के कारगिल चौक पर देखने मिला। इस दौरान पुलिस ने निर्दोष और बेकसूर छात्रों को बेरहमी से पीटा गया और उन्हें झूठे मुकदमे में फंसा दिया गया। सांसद ने कहा कि हमने महामहिम राज्यपाल के समक्ष बिहार के विभिन्न विश्व विद्यालयों में हुए छात्र संघ के चुनाव धांधली और अनियमितता की जांच की मांग की।
श्री यादव ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए बिहार के विश्वविद्यालयों में छात्र संघ का चुनाव कराया गया, लेकिन राज्य के कई विश्वविद्यालयों में चुनाव के दौरान व्यापक धांधली और अनियमितता के मामले सामने आये, जिसे रोकने का प्रयास नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि पटना विश्वविद्यालय के सेंट्रल पैनल में अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के पद पर अनियमितता व धांधली के कारण दोनों को अयोग्य ठहराकर उन्हें अवैध घोषित किया गया। इससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल उठा। हमने राज्यपाल से मांग की कि पटना विवि के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर दूसरे स्थान रहे उम्मीदवारों को जीत का सर्टिफिकेट मिले, क्यों अभी शपथ नहीं हुआ है। इसके अलावा मगध विवि के एएन कॉलेज, गंगा देवी महिला कॉलेज में भी चुनाव और परिणाम में धांधली हुई। जेपी विवि छपरा के अधिकांश कॉलेजों में चुनाव नहीं हो पाया। इसलिए विवि चुनाव अधिनियम के अनुसार, कार्रवाई करके लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बचाया जाय।
सांसद ने कहा कि चाणक्या नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी मीठापुर पटना में वर्तमान कुलपति छह वर्षों से कार्यरत रहे हैं। उनके अवकाश के बाद फिर से विवि प्रशासन द्वारा नये पद का सृजन करके पदास्थापित करने का प्रयास चल रहा है, जबकि इन पर कई मामलों में जांच चल रही है। हमने इससे भी महामहिम राज्यपाल को अवगत कराया और आग्रह किया कि छात्रों के बेहतर भविष्य शैक्षणिक वातावरण में फैले भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए तत्काल प्रभाव से पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को चाणक्या नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी का कुलपति का प्रभार दिया जाये। राज्यपाल से मुलाकात के दौरान एजाज अहमद, प्रेमचंद सिंह, मंजयलाल राय, राजेश रंजन पप्पू, अवधेश कुमार लालू, आनंद मधुकर यादव, गौतम आनंद, आजाद चांद उपस्थित रहे।