बिहार
पहले तार से गला घोंट कर दी प्रिंस की हत्या, फिर शव को बोरी में रख स्कूल के समीप फेंक दिया
By Deshwani | Publish Date: 14/3/2018 9:04:01 PM- होली के दिन भी किया था अपहरण का प्रयास, पिछले कई दिनों से बना रहा था योजना
- फिरौती सिवान निवासी सत्यम सिंह ने मांगी थी, फिरौती की रकम से बाइक व दवा दुकान खोलना था
मोतिहारी। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
डुमरियाघाट के रामपुर खजुरिया के दवा व्यवसायी के सात साल के बेटे प्रिंस के अपहरण के बाद हुई हत्या में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। प्रिंस की हत्या उसके ही गांव के सुखजीत गिरि ने कर दी। इसकी प्लानिंग वह काफी पहले से कर रहा था। पुलिस गिरफ्त में आने के बाद सुखजीत ने जो खुलासे किये हैं, वह रोंगटे खड़े कर देने वाले हैं। अपहरण के बाद सुखजीत ने सबसे पहले तार से गला घोंट कर प्रिंस की हत्या की। फिर उसके शव को बोरी में भर कर अपने ही स्कूल के पास एक अर्ध निर्मित मकान में ले जाकर छुपा दिया। रात में घर जाकर डिनर किया और आराम से सो गया। सुखजीत के इस खुलासे की जानकारी बुधवार को एसपी उपेंद्र शर्मा ने प्रेस वार्ता में दी। एसपी ने बताया कि पैसे के लिए ही प्रिंस का अपहरण हुआ था। अपहरण खुद सुखजीत ने किया था। फिरौती सीवान के नवीनगर के लकड़ी के रहने सत्यम सिंह उर्फ चंचल ने मांगी थी। सत्यम, सुखजीत का दोस्त है। दोनों की दोस्ती सीवान के दिघवा दुबौली स्थित एसएस पब्लिक स्कूल में पढ़ाई के क्रम में हुई थी। जिस फोन से फिरौती मांगी गई, उसे सत्यम उर्फ चंचल के पास से बरामद कर लिया गया है।
फिरौती की रकम से दोनों बाइक खरीदना और दवा की दुकान खोलना चाहते थे। कांड में शामिल सुखजीत, उसके पिता बच्चा गिरि व सत्यम उर्फ चंचल को गिरफ्तार किया जा चुका है। एक अन्य आरोपित की तलाश जारी है।
एसपी ने बताया कि अपहर्ताओं ने प्रिंस के अपहरण की प्लानिंग बीते फरवरी महीने में ही कर ली थी। होली के रोज अपहरण की कोशिश भी की थी, पर कामयाब नहीं हो सके थे।
सत्यम उर्फ चंचल ने जिस नंबर से बेटे की रिहाई के बदले दवा व्यवसायी से 10 लाख की फिरौती मांगी थी, उसी नम्बर से 20 फरवरी को भी व्यवसायी को कॉल किया गया था। ऐसा व्यवसायी के नम्बर को चेक करने के लिए किया गया था।