पटना। लोकसभा की अररिया सीट और विधानसभा की भभुआ और जहानाबाद सीटों के लिए रविवार को मतदान शुरू हो चुका है। मतदाताओं की कतारें लंबी हो रहीं हैं। वोटिंग के दौरान अभी तक कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। इस उपचुनाव में सत्ताधारी राजग तथा विपक्षी महागठबंधन के दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है।
बिहार में लोकसभा चुनाव के पहले मतदाताओं का मिजाज समझने का यह बढिय़ा मौका है। लिहाजा राजग और महागठबंधन के सभी छोटे-बड़े नेताओं ने इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत लगा दी है। शाम पांच बजे के पूर्व जो मतदाता कतार में खड़े होंगे, उनके वोट होने तक मतदान जारी रहेगा। इसके नतीजे 14 मार्च को आएंगे।
अररिया लोकसभा सीट : सुबह नौ बजे तक 8.58 फीसद मतदान की सूचना है। जिला नियंत्रण कक्ष के अनुसार विधानसभा वार नरपतगंज में 7.5, रानीगंज में 8, फारबिसगंज में 9, अररिया में 9, जोकीहाट में 10 तथा सिकटी में 8 फीसद मतदान हुआ था ।
- अररिया नगर परिषद क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 161 पर आधा घंटा विलंब से 7.30 बजे मतदान शुरू हुआ।
- अररिया के कुशियार गांव में बूथ 37और 37( ए) पर मतदान का बहिष्कार किया गया है।
- फारबिसगंज के खैरखा पंचायत हाई स्कूल मधुबनी वार्ड संख्या 7 के बूथ संख्या 161 पर सुबह 10 बजे तक तीन इवीएम मशीन खराब हो चुकी थी। मतदाताओं के अनुसार चौथा मशीन लगाई जा चुकी है।
भभुआ विधानसभा सीट:
- सुबह नौ बजे तक 9.5 फीसद मतदान की सूचना है।
- भभुआ नगर के बूथ 12, 15 और 16 पर इवीएम खराब रहने के कारण मतदान देर से शुरू हुआ। भभुआ विधानसभा के बूथ संख्या 20 पर भी ईवीएम खराब होने मतदान विलंब से शुरू हुआ।
- भभुआ विधान सभा के 33 मतदान केंद्रों पर ईवीएम खराब होने के कारण मतदान बाधित होने की सूचना है।
- भभुआ के मीरियां गांव में वोट बहिष्कार सडक के लिए करने का निर्णय ग्रामीणों ने लिया था लेकिन अब तक दो लोगों ने मतदान कर दिया।
जहानाबाद विधानसभा सीट:
- सुबह नौ बजे तक 6.5 फीसद मतदान की सूचना है।
- सेसंम्वा के मतदान केंद्र पर ईवीएम में गड़बड़ी के कारण 45 मिनट देर से मतदान शुरू हुआ।
- जहानाबाद अख्तियारपुर मतदान संख्या 6 पर सड़क को ले बोट का बहिष्कार किया गया है।
लोकसभा की अररिया और विधानसभा की जहानाबाद एवं भभुआ सीटों पर दोनों गठबंधनों के बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत कई मंत्री व नेता मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए चुनावी सभाएं कर चुके हैं।