बिहार
रक्सौल में निकली बैलगाड़ियों पर बरात, सबसे आगे चल रही थी दूल्हे की सवारी
By Deshwani | Publish Date: 7/3/2018 7:48:16 PM- इस अनोखी बरात के दीदार को उमड़ी भीड़, लोगों के दिलों पर छोड़ी अलग छाप
रक्सौल। अनिल कुमार
आज के समय में जब लोग लाखों रुपये खर्च कर शादी को शाही और यादगार बनाने की कोशिश करते हैं. इन सब के बीच बुधवार को रक्सौल में एक ऐसी शादी हुई, िजसने लोगों के दिलों में अपनी एक अलग छाप छोड़ी . इतिहास में होने वाली शादियों की याद को ताजा करती एक बारात ने पूरे रक्सौल के लोगों के दिल में जगह बना ली. जिसने भी इस बारात के बारे में सुना, ऐसी सोच वाले परिवार का फैन हो गया. हम बात कर रहे है कौडिहार गांव के गुड़िया स्वीट्स हाउस के संचालक मंजू साह के भांजे अनिल साजन की शादी की. इस बारात का मुख्य आकर्षण यह था कि बारात किसी लग्जरी गाड़ी से नहीं बल्कि बैलगाड़ी से निकली थी. ़बारात के व्यवस्थापक मंजू साह ने बताया कि आज लुप्त हो चुकि परंपरा को जगाने की जरूरत है. हमने सोचा कि फरारी, सफारी, स्काॅरपियो में सबकी बारात जाती है, लेकिन जो भारत की पहचान रही है उस पहचान को जिंदा किया जाये. भांजे की शादी के लिए हमने सौ बैलगाड़ी भाड़ा किया, हालांकि यह काम बहुत मुश्किल था। मेरी सोच के साथ परिवार के सभी ने समर्थन किया और कई गांवो में खोजने के बाद 100 बैलगाड़ी गयी और बुधवार को बारात सज-धज कर निकली है. यहां बता दें कि अनिल की शादी रक्सौल से 10 किलोमीटर की दूरी पर खेखरिया में गणेश साह की पु़त्री दीपमाला कुमारी से हो रही है.
इधर, बारात में शामिल सभी लोग गर्व महसूस कर रहे थे कि वे इस बारात का हिस्सा हैं.
बारात के आयोजन में अनिल के पिता रामनाथ साह, बड़े भाई सुदर्शनन साह, सुनील साह, श्याम जी, रूपन साह, दीपक साह, मोहन साह, दोस्त प्रमोद कुमार, राजा कुमार, मृत्युजंय कुमार आदि ने सकारात्मक भूमिका निभायी है.इस अनोखी शादी की चर्चा चारों ओर है. मंजू साह ने बताया कि नीतीश कुमार से प्रभावित होकर उन्होंने बिना दहेज के यह रिश्ता तय किया है. ऐसे में यह शादी और खास हो जाती है. जरूरत है कि मंजू साह जैसी सबकी सोच हो ताकि समाज में लुप्त हो रही परंपरा को पुर्न जागृत किया जा सके.