बिहार
सत्ता में दस्तक देने को तैयार निषाद समाज, आरक्षण के लिए आन्दोलन होगा तेज: मुकेश सहनी
By Deshwani | Publish Date: 4/2/2018 7:55:25 PM-10 मार्च को पूरे प्रदेश में सभी जिला मुख्यालयों पर आरक्षण के लिए होगा धरना-प्रदर्शन
पटना। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
निषाद विकास संघ के एक आह्वान पर जनसैलाब बनकर उमड़ा निषाद समाज बिहार में राजनीतिक परिवर्तन का संकेत है. वर्ष 2018, निषाद समाज की सफ़लता का गवाह बनेगा. बिहार के निषादों में अपने दम पर सत्ता परिवर्तन करने की क्षमता है और निषाद क्रांति की आंधी में सारे विरोधियों का सूपड़ा साफ़ हो जाएगा. उक्त बातें निषाद विकास संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सन ऑफ़ मल्लाह मुकेश सहनी ने श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल, पटना में “SC/ST आरक्षण अधिकार सह पदाधिकारी सम्मलेन” में कहा.
इस अवसर पर हॉल में मौजूद संघ के हजारों पदाधिकारियों और हज़ारों सामाजिक व्यक्तियों को संबोधित करते हुए सन ऑफ़ मल्लाह ने कहा कि परिस्थितियां अभी निषाद समाज के अनुकूल चल रही है. हमें आरक्षण मिलने के पूरे आसार हैं. संघ के सहयोग से एथ्नोग्रफिक रिपोर्ट तैयार करने का कार्य अंतिम चरण में है. रिपोर्ट केंद्र सरकार के पास जाने के बाद हम दिल्ली में भी लड़कर आरक्षण लेने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल, ओड़िसा तथा दिल्ली जैसे राज्यों में निषाद समाज को आरक्षण प्राप्त है. अगर देश में सबके लिए एक संविधान है तो बिहार में निषादों को आरक्षण क्यों नहीं ? अगर किसी कारणवश 2018 की छमाही तक निषाद समाज को आरक्षण नहीं मिलता है तो पटना के गाँधी मैदान में विशाल जनसभा कर संगठन द्वारा पार्टी की घोषणा की जाएगी. साथ ही अगले लोकसभा चुनाव में बिहार में सभी 40 सीटों पर अपनी पार्टी के बैनर तले उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा जाएगा.
इस अवसर पर संघ के वर्ष 2017 के कार्यों का रिपोर्ट कार्ड भी जारी किया गया. सन ऑफ़ मल्लाह ने बताया कि जिला, विधानसभा तथा पंचायत स्तर पर अबतक निषाद विकास संघ में डेढ़ लाख पदाधिकारियों की नियुक्ति की जा चुकी है. साथ ही जून 2018 तीन लाख पदाधिकारियों की नियुक्ति का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा.
सन ऑफ़ मल्लाह ने अपने संबोधन में निषाद विरोधी पार्टियों को चेताया कि अगर निषाद समाज सरकार बना सकती है तो सरकार बनने से रोक भी सकती है. इसलिए वे निषादों को बरगलाना बंद कर दें तथा इनके हक़ में इनकी तरक्की के लिए कार्य करें.
उन्होंने कहा कि वे अबतक निस्वार्थ रहकर निषाद समाज के प्रतिनिधियों को राजनीति में उचित दिलाने की मुहिम में सफल हुए हैं तथा आगे भी सफलता निषाद समाज के कदम चूमेगी. सम्मलेन में निषाद विकास संघ में सामाजिक उत्थान में उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों को संघ में नई जिम्मेदारी दी गई है. बड़े पैमाने पर वरीय पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है जो संघ के बैनर तले एकसाथ कार्य करेंगे. इस अवसर पर संघ का मैनिफेस्टो भी लांच किया गया. सभी पदाधिकारी संघ की विचारधारा पर पूर्णतया अमल करते हुए निषाद समाज की तरक्की के लिए कार्य करेंगे. अशोक कुमार चौहान को प्रदेश अध्यक्ष तथा गौतम बिंद को प्रदेश युवा अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया. साथ ही बैद्यनाथ सहनी, ब्रह्मदेव चौधरी, वीरेन्द्र चौहान तथा उमेश सहनी को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है. निर्मला सहनी को प्रदेश महिलाध्यक्ष तथा स्वर्णलता सहनी की प्रदेश महिला उपाध्यक्ष पद पर नियुक्ति की गई है.
सम्मलेन को संबोधित करते हुए राष्टीय उपाध्यक्ष डॉ राजभूषण चौधरी ने कहा कि हमें निषाद समाज के युवाओं को आगे आने के लिए प्रेरित कर उनके मार्गदर्शन के उचित उपाय करना हैं. साथ ही सामाजिक कार्यों में युवा वर्ग का अधिक-से-अधिक भागीदारी सुनिश्चित करना हमारा मुख्य उद्देश्य है. जितनी ज्यादा संख्या में युवा आगे आकर कार्य करेंगे, निषाद समाज उतनी ही तेजी से तरक्की करेगा.
मंच पर संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ राजभूषण चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार चौहान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वीरेन्द्र चौहान, प्रदेश युवा अध्यक्ष गौतम बिंद, प्रदेश उपाध्यक्ष धनिकलाल मुखिया, प्रदेश महिलाध्यक्ष निर्मला सहनी, संघ के निदेशक शिवबचन प्रसाद नोनिया, प्रदेश उपाध्यक्ष मदन मोहन निषाद, शेखपुरा जिलाध्यक्ष पप्पू चौहान, मुजफ्फरपुर जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र सहनी, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव छोटे सहनी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैद्यनाथ सहनी तथा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ब्रह्मदेव चौधरी सहित संघ के सैकड़ों पदाधिकारी मौजूद थे.