बिहार
चिरैया के चार अध्ययन केंद्रों पर शनिवार से शुरू होगा डी.एल.एड कोर्स का प्रशिक्षण
By Deshwani | Publish Date: 2/2/2018 8:18:28 PMचिरैया। अर्चना रंजन
सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा हीं पठन-पाठन कार्य लेने के आदेश के बाद वैसे अप्रशिक्षित सभी शिक्षकों को प्रशिक्षण प्राप्त करने को लेकर बिहार सरकार ने अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) से डी.एल.एड कोर्स करने की अनुमति दी है। इसके बाद बड़ी संख्या में सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों ने दो वर्षीय डी.एल.एड कोर्स के लिए नामांकन कराया है। नामांकन के बाद अप्रशिक्षित शिक्षकों की संख्या के आधार पर प्रखंड में अध्ययन केंद्र बनाए गए हैं। चिरैया में दो वर्षीय डी. एल.एड कोर्स के लिए 4 अध्ययन केंद्र बनाए गए हैं। सभी अध्ययन केन्द्रों पर 200-200 प्रशिक्षणार्थी का नामांकन है। बतातें चलें कि इन प्रशिक्षणार्थियों के लिए जो अध्ययन केंद्र बनाए गए हैं उनमें प्रथम अध्ययन केंद्र बीआरसी चिरैया, द्वितीय केंद्र राजकीय मध्य विद्यालय चिरैया, तृतीय केंद्र राजकीय मध्य विद्यालय रूपहारा व चौथा केंद्र राजकीय मध्य विद्यालय महुअवा को बनाया गया है। वहीं इन सभी अध्ययन केंद्रों पर एनआईओएस के द्वारा कॉडिनेटर की भी प्रतिनियुक्ति की गई हैे। इस क्रम में अध्ययन केंद्र बीआरसी चिरैया में बीआरपी अंजनी कुमार, जीएमएस चिरैया में संकुल समन्वयक संजय कुमार, जीएमएस रूपहारा में संकुल समन्वयक जितेंद्र कुमार व जीएमएस महुअवा में संकुल समन्वयक पिंकू कुमार की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसके साथ-साथ सभी केंद्रों पर प्रशिक्षणार्थियों के लिए 4-4 संसाधन सेवी सहित सहायक, सत्रीय कार्य का मूल्यांकनकर्ता, पर्यवेक्षक, मेंटर व निगरानी अधिकारी की भी प्रतिनियुक्ति की गई है। बतादें की प्रखंड के इन चार अध्ययन केंद्रों पर डी. एल.एड. प्रथम वर्ष के लिए पाठ्यकोड अनुसार तिथि का निर्धारण कर दिया गया है। जिसके अनुसार यह प्रशिक्षण 3 फरवरी से लेकर 18 मार्च तक प्रत्येक शनिवार व रविवार को दो दिवसीय प्रशिक्षण प्रशिक्षणार्थियों को दिया जाएगा। इस प्रकार डी. एल.एड. के प्रशिक्षणार्थियों का प्रशिक्षण कार्य 14 दिनों तक चलेगा। अध्ययन केन्द्रों पर संसाधन सेवी प्रशिक्षणार्थियों को सत्र में प्रशिक्षण देंगे। जिसमें प्रातः कालीन सत्र सुबह के 10:30 से 01:00 एवं द्वितीय सत्र अपराह्न के 02:00 से 04:30 बजे तक चलेगा। जिसमें साधन सेवी पाठ्यकोड के अनुसार प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण देंगे। बता दें कि प्रत्येक सत्र की अवधि ढाई घंटे को होगी। प्रत्येक दिन दो सत्र के लिए दो संसाधन सेवी प्रतिनियुक्त किए जा सकते हैं। प्रत्येक 100 प्रशिक्षु शिक्षकों की एक इकाई के लिए कुल 4 संसाधन सेवी मौजूद रहेंगे जिसमें एक कोर विषय के लिए, एक भाषा के लिए, एक गणित के लिए तथा एक ईवीएस के लिए होंगे। इधर अध्ययन केन्द्रों के समन्वयकों व संसाधन सेवियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण 3 फरवरी 18 को डायट मोतिहारी में आयोजित किया गया है।