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लालू की सजा पर भाजपा के बजाय अपने सहयोगियों से सवाल पूछे राजद: राजीव रंजन
By Deshwani | Publish Date: 25/1/2018 5:43:07 PM
लालू की सजा पर भाजपा के बजाय अपने सहयोगियों से सवाल पूछे राजद: राजीव रंजन

पटना (हि.स.)। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता राजीव रंजन ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को दोबारा सजा मिलने के बाद राजद नेताओं द्वारा भाजपा के खिलाफ आ रहे बयान पर राजद नेताओं को अपने सहयोगियों से सवाल पूछने की सलाह दी है।
भाजपा नेता रंजन ने गुरुवार को यहां कहा कि लालू के जेल जाने के बाद राजद नेताओं द्वारा भाजपा और न्यायालय पर उल्टे-सीधे आरोप लगाना समझ से परे है। राजद नेताओं के बयानों से लगता है कि हताशा में उन्हें अब इतिहास का ज्ञान भी नहीं रहा। भाजपा पर आरोप लगा रहे राजद के नेता याद करें कि जब चारा घोटाले की जांच शुरू हुई या जब लालू जी पहली बार जेल में गए तब भाजपा के बजाय लालूजी और उनके सहयोगी सत्ता में थे। 1996 में जब लालू जी पर पहली बार केस दर्ज हुआ था, उस समय नरसिम्हा राव के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार थी और 1997 में जब लालू जी पर पहली बार चार्ज शीट दाखिल हुई, उस समय देवगौड़ा जी प्रधानमन्त्री थे। जिनके प्रस्तावक खुद लालू जी ही थे। बाद में खुद अपनी ही समर्थित इस सरकार में लालू जी को इस्तीफ़ा देकर पहली बार जेल यात्रा करनी पड़ी थी।
राजीव रंजन ने कहा कि 2008 में लालू जी के अभी के परम सहयोगियों में से एक शरद यादव और लोगों के साथ 600 पन्ने की चार्जशीट बनाकर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से लालू के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की थी। हकीकत में अगर पूरे परिदृश्य पर गौर फरमाया जाए तो राजद द्वारा न्यायालय और भाजपा पर साजिश करने का लगाया जा रहा आरोप पूरी तरह उनकी राजनीतिक मजबूरी और हताशा को दिखाता है।
राजद से सवाल करते हुए रंजन ने कहा कि ज्यादातर समय जब खुद उनकी पार्टी और उनके सहयोगी सत्ता में थे तो आज उनकी पार्टी द्वारा आन्दोलन करने वाली भाजपा और न्याय करने वाले न्यायालय पर साजिश का झूठा आरोप लगाना कहां तक उचित है? इसके बाद भी अगर राजद के लोगों को चारा घोटाले में कोई साजिश नज़र आता है तो वे भाजपा की बजाय कांग्रेस और यूपीए में शामिल अपने सहयोगियों से सवाल पूछें।
राजीव रंजन ने आगे कहा कि लालू प्रसाद के भ्रष्टाचार और आर्थिक घोटालों के खिलाफ भाजपा ने आन्दोलन कर जनता के बीच जनजागृति फैलाने का काम किया है और आगे भी करती रहेगी। राजद के नेता यह जान लें, जनता अच्छे से जानती है कि भाजपा “सबका साथ-सबका विकास” के मूलमंत्र पर काम करने वाली पार्टी है, जो इस तरह के मामलों में न तो किसी को बचाती है और न फंसाती है। इसलिए भले ही राजद के लोग भाजपा के खिलाफ लाख दुष्प्रचार करें उससे भाजपा के भ्रष्टाचार विरोधी रवैये में कोई फर्क नही आने वाला।



 

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