बिहार
दरभंगा संस्कृत विवि में हुआ पांच दिवसीय शास्त्रार्थ कार्यक्रम
By Deshwani | Publish Date: 22/1/2018 8:07:12 PM दरभंगा, (हि.स.)। कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सर्वनारायण झा ने कहा कि हमारी विद्वत परम्परा का बहुत ही सुदीर्घ इतिहास रहा है। अभी भी अन्यत्र शास्त्रार्थ सभा का आयोजन हो रहा है। यह बात प्रो. झा ने सोमवार को का. सिंह दरभंगा संस्कृत विवि के 58वें स्थापना दिवस के अवसर पर दानवीर महाराजाधिराज सर कामेश्वर सिंह की स्मृति में आयोजित पांच दिवसीय शास्त्रार्थ सभा की अध्यक्षता करते हुए कही।
इसके पूर्व कुलपति प्रो. झा, विशिष्ठ अतिथि उप कुलपति डॉ चन्द्रेश्वर प्रसाद सिंह, डीएम डॉ चन्द्रशेखर प्रसाद सिंह, डॉ विश्वनाथ झा, डॉ उपेंद्र झा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर मुख्यालय के बहुउद्देशीय भवन में शास्त्रार्थ सभा का उद्घाटन किया।
कुलपति सर्वनारायण झा ने संस्कृत के विकास व उसकी संरक्षा के लिए नए-नए छात्रों का संस्कृत से जुड़ाव को बहुत ही उपयोगी बताया। कुलपति ने कहा कि मण्डन मिश्र व उनकी विदूषी पत्नी भारती के साथ शंकराचार्य के बीच हुए शास्त्रार्थ की चर्चा हम लोग आज भी करते हैं। उसी विद्वत परम्परा को हम फिर से शुरू करना चाहते हैं। वैसे भी विद्या के संवर्धन में शास्त्रार्थ की महत्ता अनुपम है।