भागलपुर
सीएम के संरक्षण के बाद भी नहीं बच पायी रानी की जान
By Deshwani | Publish Date: 19/12/2017 7:19:05 PMनवगछिया (भागलपुर), (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संरक्षण के बावजूद बच्ची की जान नहीं बच पायी। नवगछिया के धरहरा में 2013 में जिस बच्ची को गोद में लेकर उसके दरवाजे पर मुख्यमंत्री ने आम का पौधा लगाया था। उस बच्ची की मौत सोमवार देर रात गरीबी के कारण समुचित इलाज के अभाव में हो गई। इसकी पुष्टी धरहरा पंचायत की ओर से मंगलवर को की गयी।
गौरतलब है कि इस गांव में बेटी होने पर उस घर में एक पौधा लगाने की परम्परा है। इसके तहत सीएम नीतीश कुमार ने 2013 में धरहरा की मुन्नी देवी व प्रमोद सिंह की बेटी रानी को गोद में लेकर उसके दरवाजे पर एक आम का पौधा लगाया था।
मुन्नी देवी व प्रमोद सिंह की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। दोनों मजदूरी कर जीविकोपार्जन करते हैं , इसके बावजूद उसका नाम बीपीएल सूची के बजाय एपीएल में दर्ज कर दिया गया था। जिस कारण उसे ना तो राशन मिलता था और ना ही इन्दिरा आवास की सुविधा ही मिली | बीपीएल सूची में नाम नहीं रहने के कारण प्रमोद के वृद्ध माता – पिता को सामाजिक सुरक्षा के तहत वृद्धा पेंशन का लाभ भी नहीं मिल रहा था।
सीएम नीतीश कुमार ने भागलपुर के तत्कालीन डीएम को निर्देश दिया था कि इस परिवार का नाम बीपीएल सूची में दर्ज कर इंदिरा आवास सहित सभी सुविधाएं तत्काल उपलब्ध करवायी जाए। परन्तु सीएम के निर्देश के बावजूद आजतक इस परिवार को किसी तरह की सुविधा नहीं मिल सकी है।