बेतिया। हृदयानन्द सिंह यादव। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की पश्चिम चम्पारण जिला कमेटी का 23 वा सम्मेलन कॉमरेड गणेश शंकर विद्यार्थी नगर , पहवारी उत्सव भवन संत कबीर रोड बेतिया में संपन्न हुआ । सर्व प्रथम पार्टी के बिहार राज्य सचिव कामरेड अवधेश कुमार ने झंडोत्तोलन किया । माल्यार्पण राज्य सचिव मण्डल सदस्य का. गणेश शंकर सिंह , राज कौशल मिश्र , म. सैदुल्लाह , विजय नाथ तिवारी , रामा यादव , चांदसी प्रसाद , प्रभुनाथ गुप्ता आदि ने किया । सम्मेलन की अध्यक्षता चार सदस्यीय अध्यक्ष मण्डल का. राज कौशल मिश्र , विजय नाथ तिवारी और वशिष्ठ राय तथा का. गायत्री देवी ने की।
सम्मेलन को स्वगताध्यक्ष का. प्रभुनाथ गुप्ता ने संबोधित किया।
सम्मेलन का उदघाटन करते हुए पार्टी की बिहार राज्य सचिव कामरेड अवधेश कुमार ने कहा कि आज देश के संविधान की धज्जियां केंद्र की सरकार खुद उड़ा रही है । जिस देश के संविधान में धर्मनिरपेक्षता , जनतंत्र , अनेकता में एकता का अधिकार दिया गया है । आज केंद्र की सरकार और भाजपा के लोग धार्मिक उन्माद पैदा कर देश में अस्थिरता का संकट पैदा कर दिया है।
जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी द्वारा चुनाव 80% बनाम 20% के बीच की कहा जाय , तो बात बहुत साफ हो जाती है कि इन्हें देश की अखंडता , एकता और स्मिता से कोई मतलब नहीं है । बल्कि ये सत्ता के लोभी लोग हैं और सत्ता के लिए यह कोई भी कुकर्म कर सकते हैं ।
इसलिए जनतंत्र प्रेमी लोगों के सामने इस संकट से संघर्ष करने के सिवाय दूसरा कोई रास्ता नहीं है । हमारी पार्टी जनतंत्र में विश्वास करती है । भारत के संविधान में विश्वास करती है और उसकी रक्षा के लिए हम लगातार संघर्ष कर रहे हैं । हम देश की जनता से आग्रह करते हैं कि आप भाजपा की सरकारों को हराने और केंद्र की मोदी सरकार को कमजोर करने की लड़ाई में हिस्सा लें।
हमने ऐतिहासिक किसान आंदोलन जिसने मोदी सरकार पर जीत हासिल किया का स्वागत किया है । किसान विरोधी तीनों काले कानूनों को वापस लेने की स्वयं मोदी जी ने घोषणा की और किसानों से माफी मांगे।
इस भारी जीत को हमारी पार्टी ने स्वागत किया और एमएसपी तथा अन्य मांगों को पूरा नहीं होने पर किसानों के आंदोलन में पूर्ण सहयोग करने का निर्णय लिया। आज इस देश में बेरोजगारी बहुत बड़ा समस्या बनकर सामने खड़ी है। मंहगाई चरम सीमा पर है । ऐसी स्थिति में मजदूर वर्ग जो बिहार से पलायन कर दूसरे राज्यों में अपने परिवार और अपने जीविका के लिए काम कर रहे थे । कोरोना संक्रमण के कारण एक बार फिर वह घर लौटने लगे हैं। बिहार के सामने आज भारी संकट पैदा हो गया है। रोजगार की कोई व्यवस्था यहां नहीं है।
बिहार में 28 चीनी मिलें थी। जिसमें से मात्र 10 ही चीनी मिलें चल रही है । अगर बिहार सरकार रोजगार और बिहार के विकास के प्रति ईमानदार रहती तो चीनी मिलों को चालू कर किसानों को नकदी फसल और बेरोजगारों को रोजगार दिलाने की पहल करती। लेकिन ऐसा नहीं करके बिहार के जनता को भुखमरी के कगार पर ला दिया है । हम मांग करते हैं प्रत्येक महीने बिहार के लोगों को 10 किलो मुफ्त अनाज 10 हजार रुपए सहयोग राशि तथा कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक दवाइयां एवं अन्य सुविधाएं लोगों को दिया जाए।
सम्मेलन में जिला सचिव का. प्रभुराज नारायण राव ने पिछले तीन साल के कामों का प्रतिवेदन पेश किया। जिस पर प्रतिनिधियों का बहस जारी है। सम्मेलन 23 जनवरी तक चलेगा। यह सम्मेलन कोविड के सभी मानदंडों का पालन करते हुए हो रहा है ।