◆जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों एवं गणमान्य व्यक्तियों ने माल्यार्पण कर वीर सपूतों को किया नमन
बेतिया। 24 अगस्त 1942 को भारत माता को गुलामी की बेड़ियों से आजादी दिलाने के वास्ते हंसते-हंसते अपने प्राणों को न्यौछावर कर देने वाले बेतिया के 08 नौजवानों के सम्मान में आज शहीद स्मारक परिसर में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शहीदों की प्रतिमाओं पर माल्यापर्ण किया गया तथा शहीद सपूतों के बलिदान को याद व नमन किया गया।
जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि वीर सपूतों को याद करते हुए कहा कि शहीदों के त्याग एवं बलिदान से हम सभी को सीख लेनी चाहिए। सभी के दिलों में राष्ट्रभक्ति की भावना होनी चाहिए। जिले, राज्य तथा देश के विकास में अपना-अपना बहुमूल्य योगदान देना चाहिए। प्रत्येक नागरिक अपने कर्तव्यों का निवर्हन पूरी ईमानदारी से करें। उन्होंने कहा कि किसी देश, राज्य एवं जिले के विकास के लिए अनुशासन का होना बेहद जरूरी है। आमजन को निहित स्वार्थ से उपर उठकर देश/समाज के लिए भी सोचना चाहिए। शहीदों के बताये गये रास्तों पर चलकर भी हम सभी बलिदानियों को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं।
श्रद्धांजलि सभा के पूर्व सशस्त्र बल के जवानों द्वारा शहीदों के सम्मान में सलामी परेड का आयोजन किया गया। इसके बाद जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक नीतिशा गुड़िया बेतिया, अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त, ओएसडी, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, बेतिया, जिला शिक्षा पदाधिकारी, डीपीओ, आइसीडीएस सहित अन्य अधिकारियों एवं गणमान्य व्यक्तियों द्वारा शहीदों को माल्यापर्ण किया गया तथा उनको याद करते हुए नमन किया गया।
वहीं शहीदों के आश्रित रामचन्द्र उपाध्याय, ओमप्रकाश, लखरजिया देवी, रामधारी कुंवर, फौजदार अहीर एवं शिव प्रसाद को उनके घर जाकर जिलाधिकारी द्वारा प्राधिकृत अधिकारियों ने सम्मानित भी किया।