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बिहार
आपदा को अवसर में बदल पश्चिम चम्पारण को शिखर तक पहुंचायें: कुंदन कुमार
By Deshwani | Publish Date: 29/6/2020 8:27:16 PM
आपदा को अवसर में बदल पश्चिम चम्पारण को शिखर तक पहुंचायें: कुंदन कुमार

बेतिया अवधेश कुमार शर्मा। आपदा को अवसर में बदलकर संभावना की तलाश करते हुए, पश्चिम चम्पारण जिला को शिखर तक पहुंचाना है। यह कार्य हम सभी के समन्वित प्रयास के फलस्वरूप आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। इस लक्ष्य की प्राप्ति को, जिला प्रशासन की पूरी टीम दिन-रात मेहनत कर रही है। डीएम कुंदन कुमार ने समाहरणालय सभाकक्ष में बिहार के बाहर लुधियाना, सूरत, अमृतसर, नोएडा, गांधीनगर से बुलाए गए लगभग 30 टेक्सटाईल से जुड़े उद्यमियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी ने सबकी जिन्दगी को प्रभावित किया है। इसका प्रभाव आर्थिक जीवन पर भी पड़ा है।

 

 

 

हमारे जिले में लाॅकडाउन के दौरान लगभग एक लाख श्रमिक/व्यक्ति वापस आये हैं। क्वारंटाइन सेंटरों में आवासित व्यक्तियों के स्किल मैपिंग के दौरान हमलोगों ने पाया कि वापस लौटे श्रमिक जो कार्य करते हैं, उसमें काफी निपुण हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा उनके श्रम का सम्मान करते हुए उन्हें विधिवत प्रशिक्षण दिलाया गया तथा उन्हें रोजगार मुहैया करायी गयी है। उन्होंने कहा कि श्रम का सम्मान हम सभी को करना चाहिए। राष्ट्र, राज्य, जिला को विकसित करने में सभी व्यक्तियों का बहुत बड़ा योगदान होता है। श्रम का सम्मान करने से धीरे-धीरे नजारे भी बदलेंगे तथा पश्चिम चम्पारण जिला विकास के पथ पर तीव्र गति से अग्रसर होगा। 

उन्होंने उद्यमियों से कहा कि आप जिले में उद्योग स्थापित करने को कदम बढ़ाएंगे, तो राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन हर कदम आपके साथ रहेगी। जिल में उद्योगों के अधिष्ठापन में हरसंभव सहयोग किया जायेगा। हमसभी को मिलकर ऐसा प्रयास करना है ताकि आने वाली पीढ़ी को एक बेहतर भविष्य मिल सके। 
 
 
 
 
डीएम ने कहा कि जिला में टेक्सटाॅईल सहित अन्य उद्योगों का कलस्टर बनाने को कार्ययोजना पर कार्य जारी है। 15 लोगों को अनुदानित दर पर ऋण मुहैया करा दी गयी है तथा उन्होंने विभिन्न सामग्रियों का उत्पादन भी शुरू कर दिया है। उन कुटीर उद्योगों के संचालन से कई सारे व्यक्तियों को रोजगार भी मुहैया हुआ है। उन्होंने कहा कि पेवर ब्लाॅक निर्माण को भी फंडिंग करायी गयी है तथा पेवर ब्लाॅक का उत्पादन भी किया जा रहा है। पेवर ब्लाॅक का उत्पादन करने वाले व्यक्तियों को क्वारंटाइन कैम्पों में ही प्रशिक्षित किया जा चुका है। उन्होंने एलडीएम को सख्त निदेश दिया कि इन व्यक्तियों को ऋण दिलाने में किसी भी प्रकार की अनियमितता अथवा लापरवाही नहीं होनी चाहिए तथा इस कार्य में किसी भी सूरत में बिचैलियों की भूमिका नहीं होनी चाहिए। उद्यमियों ने बताया गया कि वे बाहर के राज्यों से इस जिला में मशीनें शिफ्ट करना चाहते हैं। 
 
 
 
 
जिला पदाधिकारी ने उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि यह बहुत ही अच्छी बात है और मशीनें लाने में आपके द्वारा जो व्यय किया जायेगा उसका 80 प्रतिशत तक का खर्च सरकार वहन किया जायेगा। साथ ही उद्योग अधिष्ठापित होने के उपरांत एक साल तक राॅ-मेटेरियल लाने एवं तैयार उत्पाद को भेजने में भी जो व्यय होगा उसका भी 80 प्रतिशत अथवा अधिकतम 10 लाख (दोनों में जो कम हो) खर्च वहन किया जायेगा। जिला  ने कहा कि पश्चिम चम्पारण जिले को प्रोडक्शन का हब बनाना है ताकि यहां के बेरोजगार व्यक्तियों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर मिल सकें तथा वे अपना जीविकोपार्जन कर सके। उन्होंने कहा कि बेबी स्टेप लेकर जिले में उद्योगों के अधिष्ठापन हेतु सभी को मिलजुल कार्य करना होगा। 
विचार-विमर्श के दौरान बाहर से वापस लौटे व्यक्तियों द्वारा इसी जिले में बनाये गये विभिन्न उत्पादों को देखा गया तथा कारीगरी की सराहना की गयी। साथ ही टेक्सटाइल्स से जुड़ी विभिन्न मशीनों को पाॅवर प्रजेंटेशन के माध्यम से उपस्थित सभी अधिकारियों ने समझा। लुधियाना में एम्ब्राडरी का उत्पादन करने वाले श्री संजय कुमार ने बताया कि वे लहंगा, साल, कुर्ती, साड़ी आदि बनाते हैं। 
 
 
 
 
अगर सरकार एवं जिला प्रशासन उसे सुविधा देगी तो मोजा से लेकर टोपी तक हम इसी जिले में बनायेंगे और जिले तथा राज्य का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने बताया कि उनके यहां लगभग 200 व्यक्ति रोजगार पाते हैं। इसके साथ ही धागा कटाई एवं अन्य कार्यों के लिए 100 महिलाओं को भी कार्य पर लगाया गया है। जिलाधिकारी द्वारा राॅ मेटेरियल, प्रोडक्शन, मार्केटिंग के संदर्भ में विस्तृत जानकारी ली गयी तथा आश्वस्त किया गया कि शीघ्र ही इस जिले में भी टेक्सटाॅईल उद्योग की स्थापना की जायेगी।  नंदकिशोर कुशवाहा ने बताया कि वे सूरत में टेक्नीशियन का कार्य करते हैं। उन्हें टेक्सटाइल मशीनों से संबंधित अच्छी जानकारी है। उन्होंने बताया कि हमलोग इसी जिले में उत्पादन कर बिहार सहित अन्य राज्यों में मार्केंटिंग करेंगे। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि आप सभी अपने-अपने क्षेत्रों में अत्यधिक निपुण है, सभी मिलकर जिला को आगे बढ़ाने में सार्थक प्रयास करें। 
 
 
 
 
लुधियाना से आये वेद प्रकाश ने एक्जीवेशन कराने का सुझाव दिया। तो वहीं दिल्ली से आये सँजय कुमार पटेल ने अपने कार्यों के बारे में जिला पदाधिकारी को विस्तार पूर्वक बताया। इसी प्रकार, अनिल , दिलीप ने भी जिला में टेक्सटाॅईल उद्योगों की स्थापना को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव दिया।इस अवसर पर सहायक समाहर्ता कुमार अनुराग, उप विकास आयुक्त रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह, ओएसडी बैद्यनाथ प्रसाद, जिला उद्योग पदाधिकारी, एलडीएम सहित वरीय उप समाहर्ता रहे।
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