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बिहार
बेतिया: जिला को "टूरिज्म हब" की दिशा विकसित करने में सकारात्मक कदम उठाएं पदाधिकारी : जिलापदधिकारी
By Deshwani | Publish Date: 5/6/2020 9:10:20 PM
बेतिया: जिला को

अमवामन (झील) को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करें: डीएम

बेतिया अवधेश कुमार शर्मा। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पश्चिम चम्पारण डीएम कुंदन कुमार ने मझौलिया प्रखंड अवस्थित अमवामन (झील) के विकास के लिए एक व्यापक कार्य योजना बनाने के उदेश्य से जायजा लिया। जिला पदाधिकारी ने अमवामन (झील) के पूरे भौगोलिक स्थिति को देखा और पर्यटन की व्यापक संभावनाओं पर पदाधिकारियों से विचार-विमर्श किया। इस अवसर पर कुंदन कुमार ने कहा कि पश्चिम चम्पारण जिला को "टूरिज्म हब" के रूप से विकसित करने को व्यापक कार्ययोजना पर कार्य जारी है। 
 
 
 
 
जिला में पर्यटन का एक सर्किट विकसित किया जायेगा ताकि आने वाले व्यक्तियों को सुखद अनुभूति हो। उन्होंने कहा कि अमवामन (झील) का जीर्णोद्वार करते हुए, इसे बेहतर पर्यटक स्थल(टूरिस्ट स्पॉट) के रूप में विकसित किया जायेगा। डीएम ने कहा कि अमवा मन (झील) जिले के प्रवेश द्वार पर अवस्थित एक बहुत ही खूबसूरत एवं मनोरम प्राकृतिक जलाशय है। यहां पर पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, जिसे कार्ययोजना बनाकर विकसित किया जायेगा। यहां पर पर्यटन के विकास के साथ-साथ स्थानीय व्यक्तियों को रोजगार मुहैया कराने के उदेश्य से शुक्रवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर एक ठोस कदम उठाया गया है।
 
 
 
 
उन्होंने कहा कि जिले को पर्यटन हब के रूप में विकसित करने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। वीटीआर, नंदनगढ़, सोफा मंदिर, भितिहरवा, उदयपुर, अशोक स्तंभ, सरेयांमन का आनंद लेने वाले पर्यटक बहुत जल्द ही अमवा मन (झील) की नैसर्गिक छँटा का सुखद अनुभव भी करेंगे। अमवा मन (झील) पहले मत्स्य उत्पादन के लिए प्रसिद्व रहा, लेकिन अब शीघ्र ही यह पर्यटन स्थल के रूप में भी जाना जायेगा। 
 
 
 
निरीक्षण के क्रम में जिला पदाधिकारी ने अंचलाधिकारी को निदेश दिया कि पूरे क्षेत्र का मापी कर नजरनक्शा दो दिनों में उपलब्ध करायें। कार्यपालक अभियंता, डीआरडीए को निदेश दिया गया है कि चयनित स्थल पर नैसर्गिक रूप से उगे हुए पेड-पौधो को बिना क्षति पहुंचायें एक व्यापक कार्ययोजना शीघ्र तैयार करें। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह, जिला मत्स्य पदाधिकारी मनीष कुमार श्रीवास्तव व अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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