बिहार
बिहार के प्रवासी मज़दूर पँजाब से साइकिल चलाकर, तुनियहवा मधुबनी पहुंचे
By Deshwani | Publish Date: 2/5/2020 9:35:51 PMबेतिया। अवधेश कुमार शर्मा। पश्चिम चंपारण जिला अन्तर्गत बगहा पुलिस जिला के मधुबनी प्रखंड स्थित कठार पंचायत के तूनियहवा में शनिवार की सुबह आधा दर्जन से ज्यादा प्रवासी मज़दूर पहुँचे। पंजाब से आधा दर्जन से ज्यादा प्रवासी मजदूर साइकिल से घर पहुंचे। इसके दौरान धंधर यादव, किशन यादव, धनेश्वर खरवार, दुर्गेश यादव, विदेशी कुशवाहा, रामसकल कुशवाहा, ध्रुव चौहान, चंदन यादव, प्रभु खरवार, कन्हैया प्रजापति आधा दर्जन से अधिक मज़दूर अपने गाँव पहुंचे। प्रवासी मज़दूरों ने अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा कि वे पंजाब में रहकर कारपेंटर का काम करते रहे। इस दौरान देश में कोरोना महामारी को लेकर भारत सरकार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मार्च 2020 से "लॉक डाउन" का ऐलान कर दिया। जिससे शुरुआती दिनों में तो खाने पीने की चीजों की कमी नहीं रही। परंतु "लॉक डाउन" के दूसरे चरण 14 अप्रैल 2020 से 3 मई 2020 की घोषणा उपरान्त प्रवासी मजदूरों को खाने के लाले पड़ने लगे। जिससे परेशान मजदूर 1400 किलोमीटर साइकिल चलाकर गांव पहुंचे हैं।
अब केन्द्र सरकार ने तीसरे चरण के "लॉक डाउन" का ऐलान 4 मई 2020 से 17 मई 2020 कर दिया गया है। इधर गांव में पहुंचने की सूचना पर गांव के सामाजिक कार्यकर्ता विक्रम यादव, कमलेश यादव, गुरुदयाल यादव, राजू पटेल, विनोद कुशवाहा सहित दर्जनों ने प्रवासी मज़दूरो से आग्रह किया कि अपने परिवार व राष्ट्रहित में 14 दिन घर से अलग रहें। उनकी बातों को सुनकर प्रवासी मज़दूर स्वतः अपने घर से दूर तमकूहवा मिडिल स्कूल के क्वॉरेंटाइन सेंटर में चले गए। वहां पर बांसी मेडिकल टीम ने उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया। डॉक्टरों ने यह निर्देश दिया कि सभी लोग सोशल डिस्टेंस को बनाते हुए, 15 दिनों तक इस सेंटर पर समय व्यतीत करें। इस बाबत तमकूहवा के मुखिया सुरेश राम ने बताया कि क्वॉरेंटाइन किये जा रहे, सभी प्रवासी मजदूरों को क्वारन्टीन केन्द्र पर खाने-पीने की समुचित सुव्यवस्था है।