आगामी मानसून को संभावित बाढ़ से बचाव की तैयारियों की डीएम ने की समीक्षा
तटबंधों के निरीक्षण को अनुमंडल पदाधिकारियों व संबंधित अभियंताओं को निदेश
बेतिया।अवधेश कुमार शर्मा। पश्चिम चम्पारण जिला में बाढ़ की सम्भवनाओं व 2020 बाढ़ से बचाव व सुरक्षा की तैयारियों की समीक्षा बैठक समाहरणालय सभागार में बुधवार को समाहर्त्ता कुंदन कुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। डीएम ने क्रमवार सभी कार्यपालक अभियंताओं से तैयारियों का जानकारी लिया। उन्होंने बाढ़ से बचाव को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
डीएम कुन्दन कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सभी पदाधिकारी एवं कर्मी लगातार कार्य कर रहे हैं। परंतु संभावित बाढ़ के मद्देनजर भी जिला प्रशासन की सभी आवश्यक तैयारियां पुख्ता होनी चाहिए। इस कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही एवं लापरवाही नहीं होनी चाहिए। क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही का बड़ा परिणाम सम्भव हो सकता है।
इसलिए संबंधित सभी पदाधिकारी एवं कर्मी संभावित बाढ़ से बचाव की तैयारी अपडेट रखें। उन्होंने कहा कि सभी अनुमंडल पदाधिकारी संबंधित अभियंताओं के साथ तटबंधों का संयुक्त निरीक्षण करेंगे एवं सुरक्षात्मक कार्य को सैंड बैग नायलन क्रिटिंग ईसी बैग एवं बैम्बू पायलिंग आदि व्यवस्थाएं अपडेट रखेंगे। इसके साथ क्षतिग्रस्त तटबंधों की ससमय मरम्मति कराते हुए चलाये जा रहे कटाव निरोधात्मक कार्य को हर हाल में 15 मई तक पूर्ण किया जाय।
उन्होंने कहा कि तटबंध निरोधात्मक कार्य में स्थानीय मजदूरों की सहभागिता अनिवार्य रूप से की जाय। ऐसा करने से स्थानीय मजदूरों को रोजगार मिल सकेगा। साथ ही निरोधात्मक कार्य में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी अनिवार्य रूप से कराया जाय तथा सभी कर्मियों को मास्क का उपयोग भी कराया जाय ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण से वे सुरक्षित रह सकें। उन्होंने कहा कि निरोधात्मक कार्य में गुणवता का पूर्णरूपेण ध्यान रखा जाय।
गुणवता के साथ कोई भी समझौता नहीं किया जायेगा। शिकायत मिलने या औचक जांच में अनियमितता मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। जिलाधिकारी ने अभियंताओं से कहा कि रैट होल की नियमित जांच करना भी अतिआवश्यक है। रैट होल के कारण बाढ़ के समय काफी परेशानियां झेलनी पड़ती है।
जिलाधिकारी द्वारा आपसी समन्वय हेतु एक व्हाट्सएप गु्रप क्रिएट करने का निदेश दिया गया है।
इस गु्रप में सभी संबंधित वरीय पदाधिकारी, अभियंताओं, सीओ को शामिल करने कहा गया है। इसके साथ ही सभी अभियंताओं को बाढ़ से निपटने हेतु कराये जा रहे कार्यों की अद्यतन स्थिति से संबंधित प्रतिवेदन आपदा शाखा को उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया है. कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग को सड़कों का निर्माण प्राक्कलन के अनुसार कराने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है। उन्होंने कहा कि सड़कों के निर्माण में शत-प्रतिशत गुणवता सुनिश्चित की जाय।
इस अवसर पर अपर समाहर्ता नंदकिशोर साह, उप विकास आयुक्त रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अधीक्षण, अभियंता, शीर्ष कार्य प्रमंडल, वाल्मीकिनगर, कार्यपालक अभियंता, तिरहुत नहर प्रमंडल संख्या-1, बेतिया, कार्यपालक अभियंता, नहर प्रमंडल संख्या-2, कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, मोतिहारी, कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, बगहा, कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल संख्या-01, पडरौना, कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल संख्या-02, पडरौना, कार्यपालक अभियंता, जल निस्सरण प्रमंडल, बेतिया, कार्यपालक अभियंता, त्रिवेणी नहर निर्माण प्रमंडल, नरकटियागंज, कार्यपालक अभियंता, दोन नहर प्रमंडल, रामनगर सहित अन्य अभियंता उपस्थित रहे।