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बेतिया
पश्चिम चम्पारण जिला सेवा विधिक प्रभाग ने कोरोना सीओबीआईडी-19 के खतरा को ले निरीक्षण
By Deshwani | Publish Date: 18/3/2020 7:39:39 PM
पश्चिम चम्पारण जिला सेवा विधिक प्रभाग ने कोरोना सीओबीआईडी-19 के खतरा को ले निरीक्षण

बेतिया।अवधेश कुमार शर्मा। पश्चिम चम्पारण जिला विविध सेवा प्रधिकार के सचिव कुमार धीरेन्द्र राजा, राकेश डिक्रूज (समन्वयक) एवं उनकी टीम ने कोरोना सीओवीआईडी- 19 के खतरों को देखते हुए, बेतिया के वृद्धा आश्रम (बरवत सेना), बाल गृह (झिरिया, उत्तरवारी पोखरा), विशिष्ट दंतक ग्रहण संस्थान (संत कबीर रोड बानुछापर), फकिराना सिस्टर्स सोसाईटी (बानुछापर) का निरीक्षण किया।

इस क्रम में सफाई एवं कोरोना से बचने  के उपायों के सम्बन्ध में सचिव ने जानकारी दी। 31 मार्च तक आगन्तुकों का प्रवेश निषेध है तथा जो कर्मचारी संस्थान में आयेगें वे कर्मचारी हाथ धो, मास्क लगाकर आयेंगें एवं स्वच्छता पर ज्यादा ध्यान देंगे। बरवत सेना स्थित "शांति हरि सुधन्य चांद वृद्धा आश्रम" के संचालक डॉ. अविनेश गोलदार से बात किया गया, तो उन्होंने बताया कि 20 वृद्धजन रहते है।

उन्हें दिशा-निर्देश दिया गया कि सफाई का ध्यान रखें व हैंडवास का उपयोग करें।बाल गृह (झिरिया, उत्तरवारी पोखरा, बेतिया)  के अधीक्षक कृष्ण कुमार से जानकारी मिली कि वहाँ 17 बच्चे  है।  उसके बाद उन्हें भी दिशा-निर्देश दिया गया कि सफाई का ध्यान, हैंडवास का उपयोग करें, खाँसते या छींकते समय रुमाल का उपयोग करें। अपनी हाथों से आँख, मुँह को ना छुये। विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान (संत कबीर रोड, बानुछापर, बेतिया) के अधीक्षक सह प्रबंधक बृजेश कुमार ने बताया कि वहाँ 0 से 6 वर्ष के 7 बच्चे है एवं 16 बच्चों को कानूनी रुप से गोद दिया जा चुका है।

उसके बाद उन्हें दिशा-निर्देश दिया गया कि वे सफाई पर ध्यान, हैंडवास करने, खाँसते या छींकने पर रुमाल का उपयोग करने का परामर्श दिया गया। फकिराना सिस्टर्स सोसाईटी (बानुछापर) की निदेशिका सिस्टर सरिता आरोक्यम ने बताया कि उनकी संस्था में ग्रामीण बैठक एवं प्रशिक्षण 31 मार्च 2020 तक स्थगित कर दिया गया है। संक्रमित  हाथों से आँख, मुँह को ना छुये। सभी जगहों पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव पर बल दिया गया।

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