बेतिया
गौनाहा रेफरल अस्पताल में दो माह से मरीजो को नही मिल रहा भोजन
By Deshwani | Publish Date: 4/3/2020 8:31:15 PMठीकेदार के नही आने से भोजन व्यवस्था बंद : अस्पताल प्रबंधक
बेतिया। अवधेश कुमार शर्मा। पश्चिम चम्पारण जिला अन्तर्गत रेफरल अस्पताल गौनाहा की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। सुशासन की सरकार में गौनाहा रेफ़रल अस्पताल में विगत कई माह से मरीजों को भोजन,जलपान या चाय कुछ भी नहीं दिया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग सूत्रों की ख़बर के अनुसार मरीजों को विभागीय सुविधाओं की आपूर्ति नही की जा रही है। प्रसव को महिला और उनके परिजन, किसी अन्य इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे मरीजों को भोजन व अन्य सुविधाएं नही मिल रही है। जिसको लेकर मंगलवार को प्रसव पीड़ा से कराहती महिला व परिजनों ने अस्पताल के मैनेजर को जमकर कोसा।
मरीज के परिजनों ने बताया कि वहाँ मरीजों के लिए शुद्ध पेयजल भी उपलब्ध नहीं है। उन्होंने बताया कि रेफ़रल अस्पताल गौनाहा में शुद्ध पानी के लिए आरओ की व्यवस्था भी नही है। चाय, बिस्किट, भोजन, फल सामग्री की बातें ही दूर है। मरीज़ के परिजनों व प्रबुजनों के अनुसार गौनाहा रेफ़रल अस्पताल का हेल्थ मैनेजर (स्वास्थ्य प्रबन्धक) विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से मरीजों की सुविधाओं से सम्बंधी खानापूरी कर प्रत्येक माह सभी राशि हड़पकर जेब गर्म कर रहे हैं।
अस्पताल परिसर में बैठे हुए मरीजों ने बताया कि इस अस्पताल के मैनेजर यदाकदा भी दिखाई नही देतें है। कुछ महिला कर्मियों ने नाम नही बताने के शर्त पर कहा कि प्रसव के वक़्त पीड़िता को चाय तक नहीं मिलती, जिससे उनका शरीर गर्म रहे। अलबत्ता स्वास्थ्य प्रबन्धक इसकी व्यवस्था भी नहीं कर पाते है। अस्पताल में बिजली की सुविधा नहीं रहने की शिकायत करने पर अथवा परिजनों के विरोध करने पर कुछ स्वास्थ्यकर्मी जनरेटर चलाते है। कभी तो वे लोग मरीजों के परिजनों पर टूट पड़ते हैं और धमकियां देने लगतें हैं ।
गौनाहा रेफ़रल अस्पताल में विगत एक वर्ष पूर्व से अस्पताल के लिए खाना आपूर्ति करने वाली महिला लक्ष्मीना देवी ने बताया कि दो तीन माह से अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली सभी सुविधाए बंद हो गई है। उसने यह भी बताया कि उसके आठ माह की राशि का भुगतान स्वास्थ्य प्रबन्धक नही कर रहे हैं। इस बावत बकाया राशि की माँग करने पर स्वास्थ्य प्रबन्धक कहते हैं कि मरीजों को नास्ता व अन्य सुविधा मिले या नहीं मिले, वे जिम्मेदार नही हैं।
उधर लक्ष्मीना देवी कहती है कि यदि उनकी बकाए राशि का भुगतान हेल्थ मैनेजर या (ठीकेदार) संवेदक नही करेंगे तो इसकी शिकयत जिला के उच्चाधिकारियों से करेगी। क्योकि वह अपनी दुकान से भोजन लाकर मरीजों को देती रही हैं। अस्पताल का खाना आपूर्ति करने वाला ठीकेदार धीरेन्द ध्वज सिंह ने बताया कि माह जनवरी 2020 से खाना की आपूर्ति बंद है, क्योंकि वह(धीरेन्द्रध्वज सिंह) बाहर हैं। अस्पताल के प्रबन्धक शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि मरीजों को भोजन सम्बंधित सुविधाएं मुहैया नही हो रही है, क्योंकि ठीकेदार नही आ रहा है।