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बेतिया
उच्चाधिकारियों के निर्देश पर विभिन्न अस्पतालों में एसडीएम का औचक निरीक्षण
By Deshwani | Publish Date: 10/2/2020 9:24:40 PM
उच्चाधिकारियों के निर्देश पर विभिन्न अस्पतालों में एसडीएम का औचक निरीक्षण

नरकटियागंज में 7 व  बेतिया में 40 चिकित्सक व 4 कर्मी मिले अनुपस्थित

बेतिया । अवधेश कुमार शर्मा।पश्चिम चम्पारण जिला में जिला प्रशासन के निर्देश पर विभिन्न अनुमण्डल पदाधिकारियों ने विभिन्न अस्पतालों का किया औचक निरीक्षण। बेतिया एसडीएम विद्यानाथ पासवान ने उपस्थिति पंजी में दर्ज उपस्थिति व हस्ताक्षर की ओवरलैपिंग पर कर्मियों को फटकार लगाया। राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल में सोमवार को एसडीएम बेतिया ने औचक निरीक्षण किया।

जिसमें चार दर्जन चिकित्सक और अस्पताल के चार कर्मीअनुपस्थित पाए गए। उपर्युक्त जानकारी एसडीएम विद्यानाथ पासवान ने देते हुए बताया कि जांच रिपोर्ट वरीय पदाधिकारी को भेजा जाएगा। इस जांच से अस्पताल के चिकित्सकों व कर्मियों में अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही। विभाग के संबंधित कर्मी भागदौड़ करते देखे गए। सूत्रों की माने तो राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल में चिकित्सक बिना सूचना के मुख्यालय से गायब रहते हैं। जिला के सरकारी चिकित्सकों का कर्त्तव्य से विमुख होना और वेतन के अभिमुख होना बात हो गई है। इस संदर्भ में संबंधित कर्मी और चिकित्सकों से पूछे जाने पर वे झल्ला जाते हैं।

सूत्रों का कहना है कि राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लाखों रुपया खर्च करके वहां पर तीसरी आंख अर्थात सीसीटीवी कैमरा लगे है, लेकिन क्या विभाग के पदाधिकारियों ने सीसीटीवी कैमरे की जाँच करना मुनासिब नहीं समझते हैं।अस्पताल में कर्त्तव्य निर्वहन के लिए बनाए गए रोस्टर के अनुसार चिकित्सक ड्यूटी में है या नहीं, यह सीसीटीवी कैमरे से पता चल जाएगा। आए दिन अस्पताल में इलाज के अभाव का आरोप लगाकर मरीजों के परिजन हंगामा और अस्पताल में तोड़फोड़ करते रहते हैं। अलबत्ता अस्पताल प्रशासन मरीजों के परिजनों पर प्राथमिकी दर्ज करा देता है, लेकिन कर्तव्य से विमुख चिकित्सकों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है।

इस संदर्भ में प्राचार्य डॉ विनोद प्रसाद से पूछने पर कुछ नहीं बताते है। इस व्यवस्था को लेकर समाजसेवियो, बुद्धिजीवियो में कई तरह की चर्चा हैं। सरकार की नो वर्क नो पे कानून है, पर यहां अनुपस्थित रहने वाले चिकित्सकों का वेतन उन्हें कैसे प्राप्त हो जाता है, यह गम्भीर मामला है। प्रबुद्धजनों ने अस्पताल के आपातकाल कक्ष के सीसीटीवी कैमरा को खंगाली जाए, तो बहुत तथ्य सामने आ जायेंगे। नरकटियागंज से हमारे सूत्रों ने बताया कि एसडीएम चन्दन चौहान ने अनुमण्डलीय अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान चिकित्सक सुधीर कुमार, संतोष कुमार, लालबाबू, इंसारुल हक़, अनुराधा खेमका, जहीरुद्दीन, मंजू जायसवाल अनुपस्थित पाए गये।

एसडीएच केे कार्य को लेकर लेखापाल म.शाहनवाज जो सोम, मङ्गल व बुधवार बेतिया में कर्तव्य निर्वहन करते हैं कि उपस्थिति भी काट दी गयी। स्वास्थ्य परिचारी अनिल राम, उमेश राउत, एएनएम अमिता कुमारी, क्लर्क बेबी बेगम की उपस्थिति काट एसडीएम चन्दन चौहान नेे उच्चाधिकारी को प्रेषित कर दिया है। नरकटियागंज में चिकित्सा पदाधिकारी पद पर नियुक्त डॉ अनुराधा खेमका सिविल सर्जन बेतिया की निकट सम्बन्धी (पुत्रवधू) बताई जाती हैं। उन्हें नरकटियागंज के प्रबुजनों नेे नही देखा है। प्रबुजनों ने बताया कि सिविल सर्जन के सम्बन्ध को लेकर कोई कुछ बोलने से गुरेज करता है।

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