ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
बेतिया
विद्या भारती के सरस्वती विद्या मन्दिर बरवत बेतिया के वार्षिकोत्सव मे सांस्कृतिक कार्यक्रम संपन्न
By Deshwani | Publish Date: 9/2/2020 8:37:02 PM
विद्या भारती के सरस्वती विद्या मन्दिर बरवत बेतिया के वार्षिकोत्सव मे सांस्कृतिक कार्यक्रम संपन्न

राष्ट्र के भविष्य, संतान की शिक्षा व संस्कार के लिए पिता को योगी व माता को भक्त बनना चाहिए : नकुल

बेतिया।अवधेश कुमार शर्मा।सरस्वती विद्या मंदिर, डॉ हेडगेवार नगर, बतरवत सेना, बेतिया में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी वार्षिकोत्सव का आयोजन 9 फरवरी को विद्यालय परिवार ने किया। इस कार्यक्रम की शुरुआत आगत अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इसके पूर्व आगत अतिथियों का स्वागत घोषदल ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती व गणेश वंदना अद्भुत गणेश स्वरूप भाव नृत्य से किया गया। ततपश्चात अतिथियों का परिचय व अभिनन्दन वीरेंद्र कुमार मेहता प्रधानाचार्य सरस्वती विद्या मन्दिर ने किया।

अभिभावकों से बच्चों से घर के बाहर की जानकारी देने व खरीददारी को प्रोत्साहित करने, इनमे सामाजिकता का विकास करने को प्रेरित करना होगा। देश के 627 जिला में विद्या भारती 587 विद्या मंदिर संचालित कर भैया बहनों में राष्ट्रीयता, शिक्षा व संस्कार का विकास कर राष्ट्रीय प्रगति में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहा है।

सर्वप्रथम विद्यालय का प्रारम्भ गोरखपुर में वर्ष 1952 में 20 विद्यार्थियों से कई गयी। वर्तमान समय मे देश ही नहीं अपितु विदेश में विद्या भारती शिक्षा की ज्योति जला रहा है। उपर्युक्त विचार विशिष्ट अतिथि नकुल कुमार शर्मा, (प्रदेश सचिव) लोक शिक्षा समिति, बिहार ने व्यक्त किया। उन्होंने अभिभावकों से भी अनुरोध करते हुए कहा कि आप अपने बच्चों को अच्छे नाम का नामकरण करें, ताकि नाम से भी कई प्रभाव बच्चों के विकास पर पड़ता है।

उन्होंने अभिभावक के लिए संबोधन में यह कहा कि पिता को योगी एवं माता को भक्त का रूप होना चाहिए। यदि हम इस विकास कार्य में बच्चों में अच्छे संस्कार देते हैं तभी उनका विकास संभव है। उन्होंने शिक्षा को चार प्रकार से विवरण देते हुए बताया कि योग शिक्षा को शारीरिक विकास के लिए, संस्कृत शिक्षा को धार्मिक संस्कार के विकास के लिए, एवं नैतिक व आध्यात्मिक शिक्षा को हमारे ज्ञान विकास के लिए ही इस ज्ञान हेतु शिक्षा के विषय में कहा गया है।

विद्यालय वार्षिकोत्सव में शिशु वाटिका गीत, हिंदू पर्व दशहरा होली व दीपावली पर आधारित कुछ झलकियां, भोजपुरी एकांकी, वृंद वादन-वाद्य यंत्र पर प्रस्तुति, लघु अभिनय से शहीदों को नमन कार्यक्रम की प्रस्तुति विद्यालय की भैया-बहनों ने काफी आकर्षक एवं मनमोहक रूप से प्रस्तुत किया।

सभी प्रस्तुति डॉ ओम प्रकाश गुप्ता, एमजेके कॉलेज, रसायन विभाग, उमाशंकर पोद्दार, परमेश्वर भगत, ओम प्रकाश यादव, रामेश्वर यादव, रामबालक यादव, प्रदीप कुशवाहा, ज्वाला प्रसाद, सुमन प्रसाद की उपस्थिति में  दी गई। उनकी प्रस्तुति उपरान्त विद्यालय के पूर्व छात्र परिषद के सदस्यों ने मीडियाकर्मियों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया। वार्षिकोत्सव के अंत में रामेश्वर प्रसाद यादव प्रधानाचार्य प्राथमिक खण्ड ने धन्यवाद ज्ञापन किया। उन्होंने कहा कि अतिथियों, अभिभावकों, विद्यालय के विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई एवं धन्यवाद, जिन्होंने बहुमूल्य समय देकर कार्यक्रम को सफल बनाया। इसके लिए विद्यालय परिवार उनकी प्रशंसा करता है।

image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS