बेतिया
एसएसबी की चिकित्सा परीक्षा में जाँच के दौरान फिर फर्जी परीक्षार्थी का हुआ खुलासा
By Deshwani | Publish Date: 4/2/2020 9:00:00 AMपूछताछ के दौरान बड़े रैकेट के नाम हुआ खुलासा, जाँच में जुटी पुलिस
बेतिया। पश्चिम चम्पारण जिला स्थित एसएसबी 44वीं वाहिनी नरकटियागंज केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के कॉन्स्टेबल पद की चिकित्सा परीक्षा लगातार जारी है। इस दौरान 24 जनवरी को मधुबनी जिला 4 फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए। इस संबंध में एसएसबी की जाँच परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने बताया कि वहाँ जाँच कार्य मे लगे चिकित्सको ने उनसे कहा कि पकड़े गए युवकों के प्रमाणपत्र रख लिया गया है।
उनके बारे में एसएसबी सूत्रों ने बताया कि बाहर से आई चिकित्सकीय टीम ही कुछ बता सकेगी, यहाँ के एसएसबी कर्मी अथवा अधिकारी कुछ भी बताने में असमर्थ हैं। इधर 03 फरवरी को एक फर्जी अभ्यर्थी के शामिल होने का मामला प्रकाश में आया है। एसएसबी सूत्रों के हवाले से ख़बर है कि क्रमांक-3206368692 पिता स्व.पन्नालाल साह, ग्राम हरनाही, पोस्ट गोन्हा, रक्सौल पूर्वी चंपारण का निवासी उपर्युक्त परीक्षा में शामिल होने पहुंचा।
उसका कंप्यूटराइज्ड परीक्षा के दौरान लिया गया। डॉक्यूमेंट, फिंगर प्रिंट्स व फोटो टैली नहीं हो सका। उपर्युक्त अभ्यर्थी से एसएसबी अधिकारियों ने विस्तृत पूछताछ की तो इस तथ्य का खुलासा हुआ कि उसके द्रारा लिखित परीक्षा में जो 9 मार्च 2019 को आईओएन डिजिटल जोन पटना, यूएनओ डिजिटल पीवीटी लिमिटेड गेट संख्या दो रोड संख्या 3, पाटलिपुत्र इंडस्ट्रियल एस्टेट नियर पी एंड एम मॉल पटना में हुई। जिसमें परीक्षार्थी शामिल नहीं हुआ, उसकी जगह कोई अन्य व्यक्ति शामिल किया गया। जिसके लिए परीक्षार्थी से 50000 नगद आनंद नामक व्यक्ति ने लिया, जो की पटना निवासी बताया गया है।
उसने राजू नामक लड़के को परीक्षा में बिठाया, राजू की पहचान ग्राम जनधन, थाना-पलनवा, जिला पूर्वी चंपारण बिहार के रूप में हुई है। अभ्यर्थी दीपक कुमार ने बताया कि शारीरिक दक्षता परीक्षा में आनंद एक प्रतिनिधि के माध्यम से सिंथेटिक थंब इंप्रेशन दिलवाया गया तथा दीपक कुमार ने सिंथेटिक थंब इंप्रेशन का इस्तेमाल किया गया। जिसके उपरान्त वह दक्षता शारीरिक परीक्षा में उत्तीर्ण हुआ, दीपक कुमार जो आनंद के मोबाइल पर एव राजू के मोबाइल पर लगातार संपर्क में रहा। आनंद के व्हाट्सएप चैट के अनुसार यह भी पाया गया कि अन्य विभागों में नौकरी लगाने के लिए पटना में एक बड़ा रैकेट चलाया जा रहा है।
फर्जी बहाली के आरोपी सभी प्रकार के किये गए अपराध के आलोक में स्पष्ट हो रहा है कि दीपक कुमार ने बेरोजगारी की मार से त्रस्त बेरोजगार युवाओं को बहला-फुसला कर जानबूझकर प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर नौकरी लेने और देने का प्रयास किया जा रहा है, जो एक बहुत बड़ा दंडनीय अपराध है। इस मामले में उचित कार्रवाई के लिए 44 वाहिनी ने शिकारपुर पुलिस थाना आवेदन मामले की निष्पक्ष जाँच की माँग की है। इस बावत थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार गुप्ता ने बताया कि फर्जीवाड़ा को लेकर एसएसबी के आवेदन के आलोक में जाँच कर अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी। अब यक्षप्रश्न यह कि इसके पूर्व पकड़े गए फ़र्ज़ी अभ्यर्थियों की सूचना पुलिस व मीडिया को कानोकान,नहीं मिली जिससे उनकी कार्यशैली पर संदेह होने से इनकार नही किया जा सकता।