बेतिया। अवधेश कुमार शर्मा। पश्चिम चम्पारण जिला मुख्यालय बेतिया में देश के 10, केन्द्रीय मजदूर संगठनो के आह्वान पर देश भर मे आयोजित आम हड़ताल के अवसर पर एटक पश्चिम चम्पारण के बैनर तले हजारों की संख्या मे सेविका- सहायिका, आशा कर्मी, रसोईया बेतिया सड़को पर उतर कर सरकार विरोधी नारे लगाते हुए मार्च किया।
मजदूर कानून मे संशोधन बंद करने, ठेका प्रथा बंद करने, आशा रसोईया सेविका सहायिका को मजदूर का दर्जा देने, समान काम के समान वेतन लागू करने, सभी अभियान कर्मी को 21000 मानदेय देने, बेरोजगारी महंगाई आर्थिक मंदी पर रोक लगाने सहित सीएए, एनआरसी व एनपीसी वापस लेने, संविधान लोकतंत्र धर्मनिरपेक्षता के साथ खिलवाड़ बंद करने सम्बन्धित नारा लगाया गया। मज़दूर यूनियन के जुलूस का नेतृत्व एटक नेता ओम प्रकाश क्रान्ति, अजय वर्मा, सुमन वर्मा, रेणु देवी, माला, गोदावरी, लाल बाबू राम, वीणा देवी ने किया। दूसरी तरफ मजदूरो के हड़ताल के समर्थन मे किसान सभा के जिला नेता राधामोहन यादव, अशोक मिश्र, हरेन्द्र दुबे, योगेन्द्र शर्मा, भाकपा के जवाहर प्रसाद, बब्लू दुबे, तुलसी शर्मा, गंगा वर्मा, अंजारूल, एन डी तिवारी सहीत सैकडो़ कार्यकर्ता सड़को पर उतर कर आम हड़ताल को सफल करने मे सहयोग करते रहे। एटक सह भाकपा नेता ओम प्रकाश क्रान्ति ने कहा कि मोदी सरकार कॉरपोरेट घरानों की गोदी की तानाशाह सरकार बन गई है। इस सरकार को भारत की जनता स्वीकार नही करेगी। सरकार अपने अहंकार के दंभ मे देश के लोकतांत्रिक ढाँचा को बर्बाद करना चाहती है। समाज मे नफरत की भावना फैला कर मजदूरों किसानों के आवाज को दबाना चाहती है, जिसे बर्दास्त नही किया जायेगा।
देश के विभिन्न केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया है। जिसका असर बिहार में सुबह से दिख रहा है। अपने 17 सूत्री मांगों को लेकर 10 प्रमुख ट्रेड यूनियनों की हड़ताल को बिहार-झारखंड के कई संगठनों ने समर्थन किया है। बुधवार को इस बंद में देश में करीब 25 करोड़ लोग शामिल होंगे। ट्रेड यूनियनों ने (JNU) जेएनयू में छात्रों, शिक्षकों पर हुए हमले, (CAA, NRC) सीएए व एनआरसी बिल का विरोध करते हुए भारत बंद का आह्वान किया है, जिसमें आइएंटीयूसी, एआईटीयूसी, एचएमएस, सीआईटीयू, एआईयुटीयुसी, टीयूसीसी, एसइडब्ल्यूए, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ, यूटीयूसी (INTUC, AITUC, HMS, CITU, AIUTUC, TUCC, SEWA, AICCTU, LPF, UTUC) सभी ट्रेड यूनियन शामिल हैं। बिहार में भी हड़ताल को लेकर ट्रेड यूनियनों ने बैंकों में कामकाज ठप रखने का आह्वान किया है, जिसमें एसबीआइ और निजी बैंक उनका साथ नहीं दे रहे है। भारतीय मजदूर संघ इस बन्दी व हड़ताल से अलग रहा।