जवाहर लाल विश्वविद्यालय में नकाबपोशो के हमला की निंदा कर प्रधानमंत्री का पुतला वामपंथियों ने जलाया
बेतिया । जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष सहित सैकड़ों निर्दोष छात्रों पर जेएनयु परिसर में घुसकर नकाबपोश गुंडों ने बर्बर हमला किया। विश्वविद्यालय के छात्रावास में घुसकर लड़कियों को लोहे के छड़ एवं लाठी से बुरी तरह पीटा गया। रविवार की रात 3 घण्टे तक नकाबपोश गुंडों ने छात्रों पर हमला किया अलबत्ता वाईस चांसलर(कुलपति) और दिल्ली पुलिस मूकदर्शक बनी रही। नकाबपोश गुंडों ने जवाहर लाल विश्वविद्यालय छात्रसंघ की अध्यक्ष कुमारी आइशी घोष का सिर फोड़ दिया।
इस घटना की सूचना मिलने पर जेएनयू के गेट पर पहुंचे पूर्व जेएनयू छात्र जाने माने पत्रकार योगेन्द्र यादव को पुलिस और एबीवीपी के गुंडो ने पिटाई की। इस जघन्य घटना से पीड़ित छात्रों से मिलने जाने वाले सभी ब्यक्तियों पर हमले किये गये, अलबत्ता पुलिस मौन रही। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारत की जनवादी नौजवान सभा, एसएफआई की पश्चिम चम्पारण जिला कमिटी ने इस कार्रवाई को सुनियोजित जानलेवा हमला करार दिया और इसे संघ व गृहमंत्री के ईशारा पर की गई कार्रवाई करार दिया ।
भाकपा माले और वामदलों के कार्यकर्ताओ ने उपर्युक्त कार्रवाई में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का हाथ बताते हुए इसके विरुद्ध सोवा बाबू चौक बेतिया में प्रधानमंत्री का पुतला फूंका और विरोध प्रदर्शित किया। इस अवसर पर सभा को सम्बोधित करते हुए, सीपीएम राज्य सचिवमंडल सदस्य प्रभुराज नारायण राव, कार्यकारी जिला मंत्री चांदसी प्रसाद यादव, डी वाई एफ आई के जिल मंत्री म.हनीफ, अध्यक्ष महफुज राजा, एस एफ आई के जिला संयोजक अभिमन्यु राव, जनवादी लेखक संघ के अनिल अनल, सीटू के वी के नरुला, शंकर कुमार राव, सीपीएम के नीरज बरनवाल, जगरनाथ यादव, म.वहीद, संतोष कुमार, संजीव राव, म.सहीम, सुशील श्रीवास्तव, एस एफ आई के हसमत आलम, सन्नी खां, आफताब आलम, नितेश मिश्र ,निशांत कुमार, मोहित कुमार जैसे वक्ताओं ने नकाबपोशों को अविलम्ब गिरफ्तार करने तथा छात्रों की मांगों को अबिलम्ब पूरा करने की मांग की है।