ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
बेतिया
बेतिया में न्यु स्वदेशी सुगर मिल पर करोड़ो रूपये राजस्व लगान चोरी का आरोप
By Deshwani | Publish Date: 17/12/2019 7:20:47 PM
बेतिया में न्यु स्वदेशी सुगर मिल पर करोड़ो रूपये राजस्व लगान चोरी का आरोप

बेतिया अवधेश कुमार शर्मा।  सत्यदेव जन सेवा ट्रस्ट की इकाई वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र जन शिकायत कार्यालय नरकटियागंज के अध्यक्ष अंकित कुमार तिवारी ने अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित पत्रकार सम्मेलन के दौरान कहा कि बिहार राज्य जहां राजस्व संक्रमण के दौर से गुजर रहा है, वही सरकार के अधिकारी और कर्मचारी राजस्व चोरों पर लगाम कसने में नाकाम साबित हो रहे हैं। इस संबंध में सूचना का अधिकार अधिनियम 2015 का हवाला देते हुए, उन्होंने बताया कि सूचना अधिकार अधिनियम से प्राप्त अंचल कार्यालय नरकटियागंज से मिली जानकारी  मगध सुगर एण्ड एनर्जी की इकाई न्यू स्वदेशी सुगर मिल नरकटियागंज 1922 से आज तक लगभग 97 वर्ष से व्यवसायिक राजस्व का की चोरी करता रहा है। जिससे सरकार को  करोड़ों रुपए की क्षति हो रही है। 

 
 
पत्रकारों को अंकित कुमार तिवारी तिवारी ने बताया कि अंचल कार्यालय नरकटियागंज से प्राप्त जानकारी के अनुसार 30 एकड़ 93 डिसमिल भूमि व्यवसायिक उपयोग में है। उस कारण आज तक राजस्व लगान निर्धारित नहीं किया जा सका। आखिर लगान का निर्धारण कब और कौन करेगा, यह यक्ष प्रश्न है? इस बावत कार्यपालक उपाध्यक्ष न्यू स्वदेशी सुगर मील नरकटियागंज मनोज कुमार सिंह ने कहा कि1932 में कंपनी के डीड बना लैंड यूज कनवर्जन के तहत वन टाइम टैक्स पेड है,अंग्रेजों को सलामी दी जा चुकी है, कारखाना का टैक्स नही लगता है। अंचल कार्यालय नरकटियागंज ने कहा है कि अभी उपर्युक्त जमीन का लगान निर्धारित नही है। नगर परिषद कर वसूल कर रहा है, उसकी समीक्षा भी आवश्यक है। सनद रहे कि मील की नींव 1922 में डाली गई और 1932 से कारखाना प्रारम्भ हुआ।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS