नई दिल्ली में भोजपुरी लिटरेचर फेस्टिवल 2019 का आयोजन सम्पन्न, रचनाकारों को प्रशस्ति-पत्र से किया सम्मानित
बेतिया। नई दिल्ली के हंसराज कॉलेज में भोजपुरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया एवं मैथिली-भोजपुरी अकादमी दिल्ली सरकार के संयुक्त बैनर तले भोजपुरी लिटरेचर फेस्टिवल 2019 का आयोजन सम्पन्न हुआ। इस सम्बन्ध में साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था 'अनुराग' के मीडिया प्रभारी जगमोहन कुमार ने बताया कि उक्त कार्यक्रम में 'अनुराग' के संरक्षक पं. चतुर्भुज मिश्र, वरीय सदस्य जयकिशोर जय एवं सुशांत कुमार शर्मा ने आमंत्रित कवि-साहित्यकार के रुप में भाग लिया।
भोजपुरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया, दिल्ली चैप्टर के संयोजक जलज कुमार अनुपम ने बताया कि इस कार्यक्रम में आईसीसीआर के महानिदेशक अखिलेश मिश्र, विश्व भोजपुरी सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत दूबे, हंसराज कॉलेज की प्राचार्या डॉ. रमा, बॉलीवुड अभिनेता सत्यकाम आनंद, महात्मा गाँधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी के उप कुलसचिव डॉ. ज्वाला प्रसाद की गरिमामयी उपस्थिति में नरकटियागंज के खिरिया-मठिया निवासी भोजपुरी साहित्यसेवी पं. चतुर्भुज मिश्र को भोजपुरी साहित्य में विशिष्ट योगदान के लिए एवं चम्पारण के नये रचनाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए विशिष्ठ सेवा के प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया गया।
विदित हो कि पं. मिश्र 40 वर्षों से भोजपुरी की निःस्वार्थ सेवा कर रहे हैं। उनके संपादन में भोजपुरी की अनियतकालीन पत्रिका “होरी के हाल-चाल” का 27 वर्षों तक लगातार प्रकाशन हुआ है। अनुराग के सदस्य सुशांत कुमार शर्मा ने कन्या भ्रूण हत्या विषयक अपनी रचना “कर जोरी-जोरी हम विनती करत हंई” एवं 'जटायु' से तो वहीं जयकिशोर जय 'भौजी अइले हमरा बीतल एगो साल अऊरी, तनी बोल बोल गंउवा के हाल अऊरी।' से फेस्टिवल में छाये रहे।
इस सम्मान एवं भागीदारी के लिए बधाई देने वालों में डॉ. परमेश्वर भक्त, डा. रविकेश मिश्र, डॉ. गोरख प्रसाद मस्ताना, किशोरी लाल अंशुमाली, भोट चतुर्वेदी, अखिलेश राज, चम्पारण साहित्य संस्थान के संयोजक दिवाकर राय, डॉ. देवीलाल यादव, डॉ. जफर इमाम, प्रो. कमरुज्जमा कमर, सुरेश गुप्त, ओमप्रकाश पंडित”ओम”, अरुण गोपाल, हिमांशु राय, राकेश कुमार दीपू, चन्द्रिका राम, आभास झा, रवि कुमार, श्याम कुमार, अवधेश कुमार वर्मा, ललन पाण्डेय लहरी, अवधेश कुमार शर्मा, डॉ. शिप्रा मिश्रा, डॉ. राजेश चंदेल, प्रो. रौशनी विश्वकर्मा, प्रो. रश्मि शर्मा, शालिनी रंजन, धनुषधारी उराँव मुख्य है।