सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का सभी वर्ग सम्मान करें और देश का गौरव बढ़ाएं: मुख्यमंत्री नीतीश
- नरकटियागंज के सोमगढ़ में बनेगा उप-स्वास्थ्य केंद्र
बेतिया। अवधेश कुमार शर्मा। अयोध्या मामले पर प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार की जनता से अपील करते हुए कहा कि बहुत दिनों से अयोध्या समस्या न्यायालय में विचाराधीन रहा, अब देश के सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आ गया है। शीर्ष न्यायालय के फैसले का सभी वर्ग सम्मान करें और देश का गौरव बढ़ाये, इससे विदेशों में भारत की साख बढ़ेगी।
पश्चिम चम्पारण यात्रा के दूसरे दिन वाल्मीकिनगर में आज सुबह जल-संसाधन की गेस्ट हाउस से निकलते ही मुख्य दरवाजा के बाहर एक 70 वर्षीय दुखी साह, साठी थाना क्षेत्र के सोमगढ़ निवासी ने मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें सोमगढ़ गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र बनाने की मांग है। आवेदन में लिखा है कि क्षेत्र में कोई उप स्वास्थ्य केंद्र नहीं होने से तकरीबन 50 हजार जनसंख्या वाले क्षेत्रों के लोगों को बेहतर इलाज के लिये नरकटियागंज व बेतिया जाना पड़ता है। जिससे गरीब परिवार के लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
मुख्यमंत्री ने वृद्ध व्यक्ति को उप-स्वास्थ्य केंद्र बनाने का आश्वासन दिया, तत्पश्चात मुख्यमंत्री का काफिला कालेश्वर मंदिर पहुंचा। जहां उन्होंने कालेश्वर मंदिर में स्थापित काली माता की पूजा-अर्चना किया। वहां से कालेश्वर घाट के गंडक नदी बराज में नौका बिहार का आनंद लेते हुए कालीघाट पहुंचे। वहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि पिछले करीब 10 वर्षों से वाल्मीकिनगर आकर इसे पर्यटन स्थल के अनुसार विकास व सौंदर्यीकरण के लिए लगातार प्रयासरत है, परिणाम आप के समक्ष है।
पश्चिम चंपारण के जिला पदाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे से इस बाबत कहा कि पर्यटकों की सुविधा के लिए कालेश्वर घाट से पूरब दिशा में नदी के किनारे बाँध की सुरक्षा को लेकर बेहतर बनाना आवश्यक है। इस पर डीएम ने कार्ययोजना की दिशा में सकारत्मक कार्य करने को कहा। मुख्यमंत्री 11 बजे वाल्मीकिनगर हवाई अड्डा से हेलीकॉप्टर से पटना के लिये रवाना हो गये।
मुख्यमंत्री के सुरक्षा व्यवस्था में बगहा पुलिस जिला के पुलिस कर्मी एवं अधिकारियों का लश्कर दो दिनों तक सुरक्षा में मुश्तैद रहा। बगहा एसपी राजीव रंजन ने कहा कि अयोध्या समस्या पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पालन नहीं करने वालो को किसी भी कीमत में बख्शा नहीं जायेगा। उपद्रवियों को चिन्हित करने के लिये पुलिस निगरानी में लगी हुई है। भारत नेपाल वाल्मीकिनगर बार्डर पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। किसी भी ब्यक्ति को कानून का उल्लंघन करने पर कानूनी कार्यवाई तय है।