बेतिया। पश्चिम चम्पारण जिला मुख्यालय बेतिया नगर परिषद में भीषण बारिश से जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। इसके साथ साथ अधिक जलजमाव, बारिश होने के कारण पेड़ों के गिरने का सिलसिला जारी है। बेतिया शहर में कई जगह पेड़ गिरने के कारण आवागमन बाधित हो गया है। इससे बहुत से लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
बारिश के कारण सड़क पर पेड़ गिरने से नगर परिषद के अंदर रखें तीन ट्राई साइकिल को आंशिक रूप से बर्बादी हुआ है। दूसरी ओर स्टेशन चौक के पास एक बरगद का पेड़ गिर जाने से कई दुकानों की क्षति हुई है, जिससे उस ओर जाने वाली सभी सड़कें बंद हो गई हैं लोगों का आवागमन में काफी परेशानी हो रही है।
भीषण बारिश के कारण शहर में जल जमाव की स्थिति बुरी तरह हो गई है, एमजेके अस्पताल में भी चारों तरफ पानी लगा हुआ है जिससे मरीजों को आने-जाने में काफी कठिनाइयां हो रही हैं। मरीज ई रिक्शा या अन्य वाहनों के सहारा लेकर अस्पताल में अपनी इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं कुछ लोगों को गंदा पानी पार कर अपने इलाज कराने के लिए रोगियों को लेकर परेशान हैं।
नगर परिषद, बेतिया का इस जलजमाव का मुख्य दोषी माना जा रहा है। क्योंकि बरसात के पूर्व नाला नाली की सफाई नहीं होने, कूड़ा करकट का उठाव नहीं होने, अतिक्रमणकारियों के द्वारा बड़े बड़े नालों पर मकान बनाने, दुकान बनाने के कारण सारे बड़ी नालियां बंद हो गई हैं। जिस से पानी निकलने का रास्ता अवरुद्ध हो गया है इसी वजह कर शहर में जल मग्न की स्थिति बन गई है, इसकी सारी जवाबदेही नगर परिषद बेतिया की जाती है।
नगर परिषद बेतिया के सभापति गरिमा देवी सिकारिया इन दिनों केवल दैनिक समाचार पत्रों की सुर्खियां बन रही हैं, इसके बदले अगर वह नाला सफाई, कूड़ा कचरा उठाओ पर ध्यान दी होती तो यह समस्या उत्पन्न् नही होती। मगर केवल पेपर बाजी करके ही अपने आप को नगर परिषद का जीवन उधारी बनने की कोशिश कर रही हैं जो सपना ही रह जाएगा।