विभिन्न मांगों को लेकर बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन पश्चिमी चंपारण की ओर से एक दिवसीय धरना सम्पन्न
बेतिया। पश्चिमी चम्पारण जिला समाहरणालय बेतिया के समक्ष मंगलवार को बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन पश्चिमी चंपारण की ओर से पूर्व निर्धारित एक दिवसीय धरना सम्पन्न हो गया। जिसमें सेविका-सहायिका के लंबित मानदेय भुगतान अविलंब करने, वर्षों से बकाया मकान किराया का भुगतान करने, कार्यालय में व्याप्त अनियमितता दूर करने, पर्यवेक्षिका की बहाली में सीधी भर्ती करने जैसी मांगे शामिल हैं।
सेविका सहायिका से विभाग काम तो लेता है, लेकिन उनके मेहनताना भुगतान में फिसड्डी साबित हो रहा है। विभाग की लापरवाही व उदासीनता इसी से उजागर हो जाती है कि विगत कई वर्षों से मकान भाड़ा का भुगतान नहीं हो रहा है, जबकि 10 से 20 प्रतिशत केन्द्र ही सरकारी भवन या सार्वजनिक भवन, स्कूल में हैं। परियोजना में पोषाहार की राशि रहते हुए भी समय से नहीं भेजने के कारण समय से टीएचआर नहीं हो पाता है। यूनियन धरना के माध्यम से जिला पदाधिकारी एवं जिला प्रोग्राम पदाधिकारी से इन मांगों को अविलंब पूरा करने की मांग की है।
यूनियन के संरक्षक ओमप्रकाश क्रांति ने जिला पदाधिकारी की कार्यशैली पर सार्वजनिक रूप से अंगुली उठाया। उन्होंने यूनियन से अलग कुछ लोभी एवं स्वार्थी तत्वों को आड़े हाथों लेते हुए, जिला के सेविका सहायिकाओं को भ्रमित करने का आरोप लगाया। यूनियन की कर्मठ सदस्यों को दिग्भ्रमित करने वाले वैसे लोगों से सावधान रहने को कहा। श्री क्रान्ति ने कहा यूनियन के संघर्ष की देन है कि सेविका सहायिका का मानदेय एवं पोषाहार राशि में बढ़ोतरी हुई। पर्यवेक्षिका की बहाली में 50% आरक्षण मिला है, लेकिन व्यवस्था के दलाल किस्म के लोग सेविका सहायिका को यथास्थिति में रखना चाहते हैं। जिससे सावधान रहने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि हमारा संघर्ष सेविका-सहायिका हितों के लिए समर्पित है। जिला मुख्यालय पर आयोजित महाधरना को जिला महासचिव सुमन वर्मा, कोषाध्यक्ष रेणु देवी, सत्येंद्र द्विवेदी, स्नेहलता, हसीना खातून, आनंद कुमार, सीमा देवी, सीता देवी, माला कुमारी, अजय वर्मा, शीतल, त्रिशूल देवी, भिखारी, अपर्णा देवी, पुष्पा पांडेय, ममता देवी और अशोक मिश्र ने संबोधित किया। बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन के धरना की अध्यक्षता गोदावरी देवी और संचालन अजय वर्मा ने किया।