बेतिया
मानवता शर्मसार: मां-बाप ने नवजात को मरने के लिए नदी के किनारे फेंका, महज़ कसूर इतना कि "बेटी" थी
By Deshwani | Publish Date: 17/8/2019 4:12:32 PMबेतिया। इस नन्ही जान का क्या कसूर जिसे जन्म देते उसके माँ बाप ने मरने के लिए नदी के किनारे फेंक दिया। इसके तारण हार बने चोकट मल्लाह (साहनी), जिन्होंने सैयद ग़ौसुल आज़म विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रतिनिधि के सहयोग से नरकटियागंज सरकारी अस्पताल पहुंचाया। इसका दोष महज़ इतना है कि "बेटी" है।
गौसूल आज़म ने बताया कि चोकट मल्लाह ने उन्हें खबर दी और अनुमण्डल अस्पताल पहुंचाया। चोकट और गौसूल उस बेटी के लिए फ़रिश्ता साबित हुए हैं। यह बेटी पण्डई नदी पुल नोनियाटोला के नीचे एक तौलिया में लपेटी पाई गई। ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि किसी अभागी कुंवारी मां अथवा अधिक बेटियों वाले घर मे उसका जन्म हुआ होगा। इस बेटी की उम्र 20 दिन है, ईश्वरीय कृपा है कि यह बेटी अभी सुरक्षित है। यह वाक़या पश्चिम चम्पारण जिला के नरकटियागंज प्रखण्ड का है। फ़िलहाल अनाथ बेटी की चिकित्सकीय देखरेख में अनुमण्डलीय अस्पताल नरकटियागंज में है।