बेतिया। अवधेश कुमार शर्मा। (पश्चिम चम्पारण) भारत नेपाल सीमा पर अवस्थित वाल्मीकिनगर शिवालय घाट त्रिवेणी धाम नेपाल परिसर में श्रावणी पूर्णिमा के पावन अवसर पर नारायणी गंडकी माता की 64 वीं भव्य महाआरती गुरुवार को सम्पन्न हुई।
इस भव्य कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि कामधेनु अनुसंधान केन्द्र नेपाल के पीठाधीश्वर योगी सोमराज महाराज, विशिष्ट अतिथि राम राज्य परिषद के सचिव शेखर शर्मा पोडेल, व्यवसाई महेश प्रसाद, महिला धार्मिक व्यक्तित्व देवी धीमीरे, कोटी होम आश्रम नेपाल के पीठाधीश्वर गुरु वशिष्ट महाराज, मां सप्त चंडी ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं संत बालक दास बाबा महाराज ,चर्चित कलाकार एवं कार्यक्रम के संस्थापक डी. आनंद , श्री नारायणी गंडकी माता महाआरती व्यवस्थापन समिति के अध्यक्ष एवं शिक्षाविद सत्यदेव पांडे, एवम् भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद गुप्ता ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कामधेनु गौशाला के पीठाधीश्वर सोमराज महाराज ने गौ माता की पूजा करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पहली रोटी गाय को देनी चाहिए। गौशाला के संरक्षण एवं गौ पालन को बढ़ावा देने का संकल्प सभी भक्तों ने लिया।
आध्यात्मिक महिला देवी धीमीरेने कहा कि आयोजन समिति ने ऐसे कार्यक्रम के आयोजीत कर त्रिवेणी धाम एवं वाल्मीकि धाम को एक नई पहचान दिया है ।आगत संतों ने भारत नेपाल सीमा पर नियमित रूप से दिव्यांगों को भोजन ,निशुल्क जल वितरण ,महाआरती के सफल आयोजन जैसे कार्यक्रमों के आयोजक डी.आनंद की भूरि भूरि प्रशंसा की। विशिष्ट अतिथि महेश प्रसाद ने कहा कि भूले भटके और मानसिक रूप से बीमार लोगों को उनके परिजनों से मिलाया जाता है जो एक अति सराहनीय कार्य है।
संत बालक दास बाबा एवं वशिष्ठ महाराज ने कहा कि वृक्षारोपण को बढ़ावा दिया जाना एक ऐतिहासिक कदम है । ऐसे कार्यक्रम को वे हमेशा सहयोग देते रहेंगे, जिससे इतिहास के पन्नों में उनका नाम भी अंकित होता रहे। राम राज्य परिषद के केंद्रीय सचिव शेखर ने कहा कि जैसा खाओगे अन्न, वैसा होगा मन, अच्छे राष्ट्र के निर्माण के लिए अच्छी सोच और अच्छी कल्पना का होना जरूरी है। दूषित खान पान से स्वस्थ समाज का निर्माण नहीं हो सकता ।उन्होंने नेपाल में चल रहे राम राज्य परिषद के अभियान की विस्तृत चर्चा की। उत्तर प्रदेश से आए लोकप्रिय बिरहा गायक श्याम देव साहनी के भजनों पर भक्त देर तक झूमते रहे। निर्गुण भजन द्वारा लोगों को चेतावनी दी गई कि ,बुरे कर्मों को यथाशीघ्र छोड़ देना चाहिए। स्वरांजलि सेवा संस्थान की गायिका आशा साहू ने भजनों द्वारा नारायणी माता की महिमा का बखान किया। गायक एवं समाजसेवी संगीत आनंद ने भाई बहन के प्यार पर आधारित गीत को प्रस्तुत किया। जिसमें रक्षा बंधन के पवित्र धागों की महिमा बताई गई।
यू .पी से आए श्री दुर्गा प्रसाद ने कहा कि अपने लिए तो सभी जीते हैं, दूसरों के लिए जीने वाला व्यक्ति ही उच्च कोटि का इंसान कहलाता है । ठूठीबारी से आए विनोद कुमार मद्धेशिया एवं ऋषिकेश यादव ने संयुक्त रूप से मानव सेवा को सबसे बड़ा धर्म बताया। सर्वधर्म समभाव की भावना पर आधारित इस कार्यक्रम से इंडो नेपाल पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है ,रोजगार की संभावनाएं बढ़ रही है। कार्यक्रम के संस्थापक श्री आनंद ने भजनों के माध्यम से विश्व शांति की बात कही। वैचारिक क्रांति लाने की एक ग्लोबल मुहिम चलाने की कोशिश की गई है ।लोगों का अपार सहयोग मिल रहा है। थरुहट के गायक कार्तिक कुमार काजी,चंदेश्वर गुरु,एवम् खुशबू की प्रस्तुति काबिले तारीफ रही। श्रावणी पूर्णिमा होने के कारण भारत नेपाल के हजारों भक्त कार्यक्रम से लाभान्वित होते रहे। नेपाल पुलिस द्वारा कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे। शंकर वाटिका महाराजगंज एवं समाजसेवी विद्यादित्य सिन्हा उर्फ संजू के सौजन्य से महाप्रसाद का इंतजाम किया गया।
त्रिवेणी बाजार के शीतल प्रसाद एवं राजेश निगम ने आगत भक्तों को मिनरल वाटर बोतल प्रदान करके जल ही जीवन है का संदेश दिया। इस मौके पर नितेश रौनियार, सचिव भैरव प्रसाद शर्मा, जयराम तिवारी ,मारकंडे तिवारी, कृपाशंकर तिवारी, ढोलक वादक भोला चौधरी, पंडित प्रेमसागर जी महाराज, विजय कुमार शर्मा ,गायक एवं नाल वादक शिवचंद्र शर्मा, चंदन मिश्रा, पंडित एच. एम त्रिपाठी, एडिटर स्वरांजलि सरगम, स्वरांजलि सेवा संस्थान ट्रस्ट की राष्ट्रीय अध्यक्षा अंजलि आनंद ,बाल गायिका संस्कृति शुक्ला आदि ने विशिष्ट भूमिका निभाई। ढोल झाल करताल शंख एवं घंटे की मधुर ध्वनि के बीच नारायणी गंडकी माता की भव्य महाआरती की गई। प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम को संपन्न किया गया ।मंच संचालन डी. आनंद ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन दुर्गा प्रसाद गुप्ता ने किया। गंगा मैया की जय नारायणी गंडकी माता की जय आदि नारों से कार्यक्रम स्थल घंटों गुंजायमान होता रहा।कार्यक्रम स्थल पर संत गुरु वशिष्ट महाराज का जन्मोत्सव मनाया गया। जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में दिव्यांगों के बीच मधुर भोजन वितरित किया गया।