बेतिया। अवधेश कुमार शर्मा। अ.भा.वि.प. नरकटियागंज के इकाई ने सी.बी.एस.ई की परीक्षा शुल्क मे अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों के लिए चौबीस गुणा एवं सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों के लिए दुगना वृद्धि होने के कारण विद्यार्थियों में आक्रोश है। आक्रोशित विद्यार्थियों ने नरकटियागंज में प्रदर्शन किया। परिषद के उपाध्यक्ष अतुल कुमार ने बताया कि आशातीत शुल्क वृद्धि से लगभग बीस हजार से अधिक छात्रो पर इसका प्रभाव पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि सीबीएसई बोर्ड की दसवी एवं बारहवीं की परीक्षा शुल्क एस.सी / एस.टी के लिए पूर्व में पचास रूपए रही, जिसमें अप्रत्याशित रूप से चौबीस गुणा बढ़ाकर एक हजार दो सौ रूपए कर दिया गया है, जबकि सामान्य वर्ग का शुल्क सात सौ पचास रूपए से बढ़ाकर, दुगुना करते हुए एक हज़ार पाँच सौ रुपये कर दिया है। माइग्रेशन फी पहले एक सौ पचास रूपये से बढ़ाकर तीन सौ पचास रूपया कर दिया गया है। सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों का एडिशनल विषय का शुल्क एक सौ पचास रूपए से बढ़ाकर तीन सौ पचास रूपया कर दिया गया है। एस.सी / एस.टी के विद्यार्थियों का एडिशनल विषय निःशुल्क से सशुल्क कर तीन सौ रूपये कर दिया गया है।
प्रायोगिक (प्रैक्टिकल) परीक्षा शुल्क अस्सी रुपए से बढ़ाकर एक सौ पचास रुपये प्रति विषय कर दिया गया है । सीबीएसई की भारी शुल्क वृद्धि से अभिभावकों की परेशानी जहाँ बढ़ी है वहीं, विद्यार्थियों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए, इसके विरुद्ध प्रदर्शन किया। केन्द्र सरकार की इस नीति से सरकार की शिक्षा नीति संदेह में घेरे में है। एक ओर सरकार निःशुल्क विद्यालयीय शिक्षा की घोषणा करती है तो दूसरी ओर विभिन्न शुल्कों में वृद्धि पर मौन स्वीकृति प्रदान कर निम्न व मध्यमवर्गीय भारतीयों की जेब पर कैंची चलाने में पीछे हटती नही दिखती। सरकार की नीति से बच्चों की शिक्षा को लेकर आमजन की परेशानी बढ़ गई है। इससे बहुत से विद्यार्थी अर्थाभाव मे शिक्षा से वंचित हो जाएंगे। सीबीएसई की यह कार्रवाई काफी चिंतनीय व निंदनीय है। विद्यार्थी परिषद् ने राष्ट्रहित व विद्यार्थीहित ने सीबीएसई को शुल्क वृद्धि पर पुनर्विचार की माँग किया है।
सीबीएसई की शुल्क वृद्धि के विरोध में सुबोध कुमार ठाकुर, जितेंद्र कुमार, राजकुमार मिश्रा, चंदन कुमार, सन्नी कुमार, सुमीत कुमार, अंकुश सिंह, सिपाही बैठा, जयप्रकाश कुमार, विशाल कुमार, अर्जुन कुमार, द्वीपराज कुमार, म. शाकिर, अब्बास आलम समेत सैकड़ों विद्यार्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया।