थरूहट विकास अभिकरण द्वारा दिलाया जायेगा निःशुल्क ड्राईविंग प्रशिक्षण
बेतिया। जिलाधिकारी डा. निलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि सरकार द्वारा थरूहट क्षेत्र के विकास हेतु विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को संचालित किया जा रहा है। स्वरोजगारोमुखी करने के उदेश्य से पश्चिम चम्पारण जिले के अनुसूचित जनजाति के युवक-युवतियों को प्रशिक्षण देकर उनका कौशल विकास किया जायेगा। थरूहट क्षेत्र के युवक-युवतियों को कौशल विकास कराकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जायेगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस हेतु राज्य सरकार द्वारा समेकित थरूहट विकास अभिकरण की ओर से युवक-युवतियों को ड्राइविंग का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा बिहार के औरंगाबाद जिले के पीपीपी मोड़ अवस्थित चालक प्रशिक्षण-सह-शोध संस्थान में उन्हें आवासीय प्रशिक्षण देकर उन्हें दक्ष बनाया जायेगा।
प्रभारी पदाधिकारी, समेकित थरूहट विकास अभिकरण, श्री मनीष श्रीवास्तव द्वारा बताया गया कि इस निःशुल्क ड्राइविंग प्रशिक्षण एवं औरंगाबाद स्थित ड्राइविंग शोध संस्थान में रहने के लिए लगभग 12 हजार रू0 खर्च का वहन समेकित थरूहट विकास अभिकरण द्वारा किया जायेगा। औरंगाबाद स्थित ड्राइविंग शोध संस्थान में प्रशिक्षुओं को हाॅस्टल, मेस आदि की सुविधा भी मिलेगी।
उन्होंने बताया कि चालक प्रशिक्षण-सह-शोध संस्थान, औरंगाबाद द्वारा विभिन्न प्रकार के वाहनों के परिचालन से संबंधित पाठ्यक्रम चलाये जा रहे हैं। जिसमें हल्के वाहन सीखने का प्रशिक्षण, हल्के वाहन सीखने का एडवांस कोर्स, हल्के वाहन (व्यवसायिक) सीखने का प्रशिक्षण, भारी वाहन सीखने का प्रशिक्षण, रिफ्रेसर प्रशिक्षण हल्के एवं भारी व्यवसायिक वाहन लाइेंस धारक हेतु, रिफ्रेसर प्रशिक्षण ज्वलनशील पदार्थ लाइसेंस धारक हेतु तथा अन्य ड्राइविंग स्कूल के प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण शामिल है।