ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
बेतिया
गंडक बराज ने सुबह 111700 क्यूसेक व दोपहर में 114000 क्यूसेक पानी छोड़ा, जलस्तर बढ़ने की सम्भावना
By Deshwani | Publish Date: 24/7/2019 3:31:13 PM
गंडक बराज ने सुबह 111700 क्यूसेक व दोपहर में 114000 क्यूसेक पानी छोड़ा, जलस्तर बढ़ने की सम्भावना

बेतिया।अवधेश कुमार शर्मा। पश्चिम चंपारण जिला के वाल्मीकिनगर स्थित गंडक बराज में काफी जल जमाव हुआ है। सूत्रों की माने तो बुधवार को सुबह 8 बजे अप स्ट्रीम में -362.00 और डाउन स्ट्रीम में -350 .50 पानी का दवाब बना हुआ हैI ऐसी स्थिति में डाउन स्ट्रीम ने 97500  क्यूसेक, इएमसी 6200 और एमडब्लूसी8000 है। 

 
बराज सूत्र बताते है कि उन्होंने एहतियात के तौर पर 111700 क्यूसेक पानी छोड़ा है। उधर नेपाल से मिली खबर के अनुसार नारायण घाट से लगभग 76 269.62 क्यूसेक डिस्चार्ज किया गया है। जबकि दोपहर में गण्डक बराज़ के अधीक्षण अभियंता राजीव रंजन के हवाले से खबर है कि डाउन स्ट्रीम से 1,14,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। अभी अप स्ट्रीम में 98000 क्यूसेक पानी का दवाब बना हुआ है।
 
 बराज़ सूत्रों की माने तो बुधवार को शाम और नेपाल मे वर्षा रुकने तक जलस्तर में वृद्धि की संभावना है। इसलिए गंडक नदी के आस पास के इलाके के लोगो को सावधान और सतर्क रहने को कहा गया है। नरकटियागंज प्रखण्ड अंतर्गत मनियारी नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। जिससे दर्ज़नो गांव का सम्पर्क अनुमण्डल व प्रखण्ड कार्यालय से भंग हो चुका है। उस गांव के प्रबुद्ध लोगों ने प्रशासन से शीघ्र राहत कार्य की गुहार लगाया है। नीचले क्षेत्र में रहने वालों ने अपना घर छोड़ दिया है। ऊँचे स्थान पर रहने वाले अपने आवश्यक सामान को सुरक्षित कर लिया है, वे जगरूक व सतर्क हैं। मनियारी स्थित सिंचाई विभाग का कार्यालय परिसर भी खतरे से खाली नहीं है। हरबोड़ा नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है, जिससे लोगो मे बाढ़ की आशंका बढ़ गई है।
 
 भारत नेपाल सीमा पर स्थित भिखनाठोरी में पण्डई नदी उफ़ान पर है। पश्चिम चम्पारण जिला के नरकटियागंज अनुमण्डल क्षेत्र के गौनाहा प्रखण्ड में यह स्थल(भिखनाठोरी) नेपाल के सरस्वती खोला व ठुटे खोला के संगम पर स्थित है। यहीं से पण्डई नदी कही जाती है। भिखनाठोरी से हमारे सूत्रों की खबर के अनुसार लगातार हो रही जलस्तर में वृद्धि से पण्डई नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सावधान व सतर्क रहने की आवश्यकता है। जिला पदाधिकारी डॉ निलेश रामचन्द्र देओरे ने मंगलवार को अपने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सभी पदाधिकारियों को स्थिति पर नज़र रखने को कहा है।  उधर रामनगर प्रखण्ड में मसान नदी तबाही मचा रही है। वर्षा व बाढ़ के जल से सिंगही नदी 6 जगह पर सुरक्षा बाँध ध्वस्त कर चुकी है, जिससे लोगों को तबाही का सामना करना पड़ रहा है।
 
 रामरेखा नदी का जलस्तर बढ़ने से लोगों के घर मे पानी घुस चुका है।सिंगहा नदी पर बना गाइड बांध टूट जाने से रामनगर प्रखंड के दो गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। फगुनहटा गांव के आधा दर्जन घरों में भी पानी घुसा है। लोग ऊंचे स्थान पर शरण लिए हुए हैं। मसान, सुखौड़ा, कापन, भलुई, सिंगहा के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है। कई गांवों पर दबाव बढ़ गया है। मसान नदी में डूबने से एक युवक की मौत हो गई है। सुखौड़ा नदी के जलस्तर बढऩे से प्रखंड के पथरी गांव में पानी घुस गया है। साथ ही दोन क्षेत्र का आवागमन ठप हो गया है। हरिहर पुर गांव के समीप बाढ़ सुरक्षात्मक बांध में दरार आने से ग्रामीण दहशत में हैं। पीपी तटबंध की सुरक्षा को लेकर अभियंताओं को अलर्ट किया गया है।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS