बेतिया
झूठे मुकदमे में फंसाने के आरोप में लोगों ने बेतिया के शिकारपुर थाने को घेरा, युवक को कराया मुक्त
By Deshwani | Publish Date: 23/6/2019 9:09:11 PMनरकटियागंज। अवधेश शर्मा।
बेतिया पुलिस के शिकारपुर थाना क्षेत्र स्थित सेमरा चौरबल गांव के एक युवक की गिरफ्तारी के विरुद्ध ग्रामीणों ने आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। आक्रोशित लोगों ने शनिवार की दोपहर शिकारपुर पहुंचकर थाना पर प्रदर्शन किया। इस दौरान शिकारपुर पुलिस को भीड़ पर लाठी चार्ज करनी पड़ी। पुलिस की कार्रवाई का विरोध कर रहे ग्रामीण बेकाबू हो गये और पुलिस ने थाना का मुख्य प्रवेश द्वार बंद कर बचाव किया। हालांकि पुलिस को गिरफ्तार युवक को छोड़ना पड़ा। तब जाकर लोग शांत हुए। लोगों का कहना है कि चौरबल गांव स्थित अपनी ससुराल में रह रहे संतोष कुमार को साजिश के तहत ससुराल वालों ने गिरफ्तार करवाया था।
पुलिस का विरोध कर रहे ग्रामीण लाठी-फट्ठा से लैस थे। शिकारपुर पुलिस निरीक्षक शशि भूषण ठाकुर पुलिस पदाधिकारियों के साथ सामाजिक कार्यकर्ताओं की मदद से लोगों को समझा कर, गिरफ्तार गिये गये युवक संतोष कुमार साह को छोड़ना प आक्रोशित महिला पुरुषों का कहना है कि लक्ष्मीपुर गांव का युवक संतोष कुमार की चार वर्ष पूर्व चौरबल सेमरा गांव निवासी छोटेलाल साह की बेटी सोनी कुमारी के साथ शादी हुई। तब से सोनी उसे घर जमाई बना कर रखने का प्रयास करने लगी। उसके इस हरकत से कुछ ही दिन बाद संतोष कुमार सेमरा में जमीन खरीदकर घर बना दिया और सिलाई का कार्य करने लगा।
लोगों ने बताया कि विगत शनिवार को संतोष कुमार की पिटाई उसकी पत्नी व ससुराल वालों ने कर दी। इतना ही नही पुलिस को एक आवेदन देकर, उसे झूठा मुकदमा में फंसाने की साजिश की। पुलिस ने महिला के आवेदन पर गांव पहुंचकर और संतोष कुमार को गिरफ्तार कर थाना मे बंद कर दिया। जो गांव लोगों पूरी घटना का पता चला तो लोग आक्रोशित हो गए। आक्रोशितों ने पहले सोनी को बंधक बनाया और वहां से सैकड़ों संख्या मे थाना पहुंचे। जब भीड़ थाना पहुंची तो मौके की नजाकत को समझे बिना पुलिस ने भीड़ में शामिल लोगों की पिटाई कर दी। जिससे भीड़ उग्र हो गई और पुलिस को थाना का प्रवेश द्वार बंद कर बचाव करना पड़ा। पुलिस निरीक्षक शशि बी. ठाकुर ने उन्हें मामले में आवश्यक जांच पड़ताल कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने और निर्दोष व्यक्ति को राहत देने का आश्वासन दिया और अंत मे संतोष कुमार साह को मुक्त्त कर दिया। उसके बाद भीड़ शांत हुई और ग्रामीण अपने घर को लौट गये।