बेतिया
बाढ़ के पानी से घिरे पश्चिम चंपारण के दर्जनों गांव, मधुबनी में एनएच-104 बंद
By Deshwani | Publish Date: 3/7/2018 5:50:03 PMबेतिया / मधुबनी। बरसात की शुरुआत होते ही बाढ़ का असर उत्तर बिहार में दिखने लगा है। एक ओर जहां पश्चिम चंपारण के दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी आने से चहुंओर जलमग्न हो गया है। पहाड़ी नदियों का पानी भी मैदानी इलाकों में भर चुका है। गंडक नदी का भी जलस्तर बढ़ गया है। रुक-रुक कर हो रही बारिश से भी जहां-तहां जलजमाव होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, मधुबनी जिले के लदनियां प्रखंड में भी बाढ़ का असर दिखने लगा है। एक ओर जहां धौरी नदी का पानी सड़क पर चढ़ने से डायवर्सन टूट गया, वहीं बारिश से सड़क का कटाव होने से एनएच-104 बंद कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, बाढ़ के पानी से पश्चिम चंपारण के दर्जनों गांव घिर गये हैं। नदियों के किनारे के बाशिंदे खौफजदा हैं। ओरिया पंडरी समेत सभी पहाड़ी नदियां उफान पर हैं। नदियों में आये बाढ़ के पानी से मैदानी इलाके जलमग्न हो चुके हैं। गंडक नदी का भी जलस्तर बढ़ा है। वहीं, पिछले 48 घंटे से रुक-रुक कर हो रही बारिश से एक तरफ जहां जगह-जगह जलजमाव हो गया है, वहीं दूसरी तरफ नदियां उफान पर हैं। पहाड़ों पर हो रही बारिश से ओरिया पंडरी समेत सभी पहाड़ी नदियां उफान पर हैं। नदियों का पानी तेजी से गांव की ओर बढ़ रहा है।
जिले के गौनाहा मैनाटांड सिकटा प्रखंड के दर्जनों गांव बाढ़ के पानी से गिर गये हैं। यहां के लोग बाढ़ के खतरे को लेकर खौफजदा हैं। लिहाजा लोग रतजगा करने लगे हैं। कई लोग अपना सामान सहेज कर पलायन की तैयारी करने लगे हैं। इधर, संवेदनशील इलाकों में एनडीआरएफ की टीम तैनात कर दी गयी है। मालूम हो कि सोमवार को एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर पानी में डूब रहे तीन लोगों को बचाया था। बता दें कि पिछले साल जिले में प्रलयंकारी बाढ़ आयी थी, जिसमें करीब 40 लोगों की मौत हो गयी थी और करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ था।
मधुबनी जिले के लदनियां थाना क्षेत्र के तेनुआही से जयनगर तक जानेवाली एनएच-227 पर योगिया और पद्मा गांव के बीच बाढ़ का पानी आने के कारण धौरी नदी पर तत्काल यातायात को लेकर बनाया गया डायवर्सन टूट गया है। वहीं, तेनुआही चौक के समीप बना निर्माणाधीन पुल को टूटने के कारण सड़क संपर्क भंग होने से पिछले दो दिनों से उक्त सड़क पर वाहन परिचालन बंद हो गया है। परिणामस्वरूप अपने गंतव्य स्थान तक सफर करने को निकले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।