बिहार
कवि सुमित्रानंदन पंत की जयन्ती मनायी गई
By Deshwani | Publish Date: 30/5/2017 5:02:08 PMअररिया, (हि.स.)। द्विजदेनी स्मारक उच्च विद्यालय के प्रांगण में इन्द्रधनुष साहित्य परिषद्, फारबिसगंज की ओर से मंगलवार को कवि सुमित्रानंदन पंत की जयन्ती मनायी गई। पंत की तस्वीर पर श्रद्धा-सुमन अर्पण के बाद वक्ताओं ने कहा कि हिन्दी साहित्य के वर्तमान काल के प्रकृति चित्रण के श्रेष्ठ चितेरे कवियों में कविवर सुमित्रानंदन पंत का स्थान सर्वोत्कृष्ट है।
पंत जी का जन्म संवत् 1957 में उत्तर - प्रदेश के अल्मौड़ा के कौसानी नामक ग्राम के पर्वतीय ब्राह्मण कुल में हुआ था| उन्होंने काशी एवं प्रयाग में पढ़ने के बाद गांधीजी के स्वतंत्रता आंदोलन से प्रभावित होकर अध्ययन छोड़ दिया, किन्तु स्वाध्याय के बल पर संस्कृत, अंग्रेजी, बंगला एवं फारसी भाषाओं में पौढ़ ज्ञान अर्जित किया।
वक्ताओं ने कहा कि पंत जी ने किशोरावस्था से हीं काव्य-रचना प्रारंभ की थी | उनकी प्रसिद्ध रचना पल्लव , वीणा , युगान्त , ग्रंथि , युगवाणी, ग्राम्या, उत्तरा, स्वर्ण किरण आदि हैं| उन्हे वर्ष 1968 में चिदंबरा के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार के आलावा साहित्य अकादमी पुरस्कार, पद्म श्री, सोवियत नेहरू शांति पुरस्कार से भी नवाजा गया था।