हाथरस गैंगरेप मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री योगी ने गठित की एसआईटी, फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा मुकदमा
हाथरस/लखनऊ। दरिंदगी की शिकार हाथरस की युवती की मौत पर अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संज्ञान ले लिया। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फोन किया और इस मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। प्रधानमंत्री की पहल की जानकारी खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने ही दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हाथरस की घटना पर वार्ता की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए।'
दरअसल, दुष्कर्म पीड़िता ने मंगलवार को दिल्ली के एम्स में दम तोड़ दिया था। वहां से उसका शव रात को हाथरस पहुंचा। कहा जा रहा है कि यूपी पुलिस ने परिजनों पर दबाव डालकर शव का रात में ही अंतिम संस्कार करवा दिया। मामले में यूपी पुलिस पर हीला-हवाली का रवैया अपनाने का आरोप पहले से ही लग रहा था। अब इस घटना से पुलिस के साथ-साथ योगी सरकार की किरकिरी तो हो ही रही है, कहीं न कहीं बीजेपी पर भी दलतिविरोधी होने का आरोप लग रहा है। इससे दबाव में आए योगी सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी और अब खुद पीएम ने योगी से बात की है।
गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय एसआईटी में डीआईजी चंद्र प्रकाश और आगरा पीएसी की सेनानायक पूनम सदस्य होंगे। सीएम ने एसआईटी को घटना की तह तक जाने और सात दिन में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने बताया कि घटना में शामिल चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सीएम ने इनके खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और जल्द से जल्द सजा दिलाने के लिए कहा है।
आरोप लग रहा है कि पुलिस ने घरवालों को शव नहीं दिया, न ही बच्ची को अंतिम बार उसके घर ले जाया गया। दिल्ली से लाकर सीधे आधी रात को उसका दाह संस्कार कर दिया गया। लड़की के भाई ने बुधवार तड़के पत्रकारों से बात करते हुए बताया, 'हम लोगों ने पुलिस से बहुत कहा कि शव हमें दें। हम उसका सुबह दाह संस्कार करेंगे लेकिन पुलिस ने हमारी नहीं सुनी। हम लोगों से जबरन सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करवाए और आधी रात को शव जला दिया। हम लोगों को पुलिस पर विश्वास नहीं है। हम लोगों की जान को भी खतरा है।
'हाथरस गैंगरेप कांड में पीड़िता की मौत और उसके बाद परिवार की मर्जी के खिलाफ जबरन अंतिम संस्कार के आरोप पर चौतरफा घिरी यूपी सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्य एसआईटी का गठन हुआ है। इसके साथ ही सीएम ने मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने का भी निर्देश दिया है।
मामले की जांच के लिए गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम का गठन हुआ है, जिसमें डीआईजी चंद्र प्रकाश और आईपीएस पूनम सदस्य होंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना की तह तक जाने के साथ ही समयबद्ध रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। एसआईटी अपनी रिपोर्ट 7 दिनों के अंदर पेश करेगी।
बता दें कि यूपी के हाथरस में दलित युवती के साथ निर्भया जैसी हैवानियत पर सियासत गरमा गई है। सोशल मीडिया पर लोगों का आक्रोश झलक रहा है। दिल्ली के जिस सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता ने कल आखिरी सांस ली और उसके बाद अस्पताल के बाहर प्रदर्शन हुआ, कैंडल मार्च निकला।
इस मामले को लेकर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने योगी सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने पुलिस द्वारा जबरन किए गए अंतिम संस्कार को घोर अमानवीयता बताया है। इसके साथ ही प्रियंका ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांगा की है।
गौरतलब है कि हाथरस जिले के चंदपा थाने के गांव में 14 सितंबर में दलित लड़की के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया। इसके साथ ही उस पर जानलेवा हमला किया गया। घटना के 9 दिन बाद लड़की होश में आई तो इशारों से अपना दर्द बयान किया। पीड़िता को पहले अलीगढ़ में इलाज के लिए भेजा गया और वहां हालात बिगड़ने पर उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भेजा गया। लेकिन अफसोस, यहां भी उस पीड़िता को बचाया नहीं जा सका और मंगलवार सुबह उस लड़की ने दम तोड़ दिया।